Maharashtra: अनिल देशमुख के सहयोगियों की कोर्ट ने ईडी हिरासत छह जुलाई तक बढ़ाई

Maharashtra अनिल देशमुख के निजी सचिव रहे संजीव पलांडे व निजी सहायक रहे कुंदन शिंदे को प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई व नागपुर में की गई छापेमारी के दौरान 26 जून को गिरफ्तार किया था। दोनों के खिलाफ प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 08:36 PM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 08:36 PM (IST)
Maharashtra: अनिल देशमुख के सहयोगियों की कोर्ट ने ईडी हिरासत छह जुलाई तक बढ़ाई
कोर्ट ने अनिल देशमुख के सहयोगियों की ईडी हिरासत छह जुलाई तक बढ़ाई। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र। पीएमएलए अदालत ने गुरुवार को मनी लांड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के दो सहयोगियों की ईडी हिरासत छह जुलाई तक बढ़ा दी। मामला 100 करोड़ रुपये की कथित रिश्वतखोरी से जुड़ा है। देशमुख के निजी सचिव रहे संजीव पलांडे व निजी सहायक रहे कुंदन शिंदे को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई व नागपुर में की गई छापेमारी के दौरान 26 जून को गिरफ्तार किया था। दोनों के खिलाफ प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत मुकदमा दर्ज है। उनकी हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद ईडी ने विशेष अदालत के समक्ष पेश किया था। विशेष अदालत के जज एसएम भोसले ने तमाम दलीलों को सुनने के बाद आगे की जांच के लिए दोनों आरोपितों को छह जुलाई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया।

उल्लेखनीय है कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने देशमुख पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था। इसके बाद बांबे हाई कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) को मामले की जांच के आदेश दिए थे। सीबीआइ की तरफ से मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद ईडी ने भी देशमुख व अन्य के खिलाफ मामला पंजीकृत किया था। इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने 100 करोड़ वसूली मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है। अनिल देशमुख पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त होने का केस दर्ज है। जल्‍द ही उन पर मनी लान्ड्रिंग के तहत भी शिकंजा कसा जा सकता है। प्रवर्तन निदेशालय को उनके द्वारा एक बड़ी रकम के लेनदेन को लेकर सबूत मिल रहे हैं।

इस मामले में अनिल देशमुख के दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सहयोगियों के रिमांड के लिए कोर्ट को भेजे गए दस्‍तावेजों से देशमुख की अध्यक्षता वाले एक ट्रस्ट को दिल्ली स्थित फर्जी कंपनियों के जरिए 4.18 करोड़ रुपये दान स्वरूप भेजे जाने की बात पता चली है। ये राशि इन कंपनियों को हवाला के जरिए भेजी गई थी। देशमुख को ये पैसा मुंबई में विभिन्न आर्क्रेस्ट्रा बारों से वसूली करने के बाद मिला था। ये वसूली अनिल देशमुख के निर्देशानुसार मुंबई पुलिस के पूर्व एपीआई सचिन वाझे ने यह कहकर करवाई थी कि यह पैसा ‘नंबर – 1’ (यानी गृहमंत्री) को भेजा जाएगा। सचिन वाजे के अनुसार पूर्व गृहमंत्री देशमुख की ओर से उसे इन बारों की सूची सौंपी गई थी जहां से वसूली करनी थी।

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