Coronavirus 3rd wave: बच्चों में बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले, BMC ने कहा मिली मंजूरी दो दिन में लग जाएगी वैक्सीन
Coronavirus 3rd wave मुंबई में बच्चों में कोरोना संक्रमण के मामले धीरे-धीरे बढ़ते ही जा रहे हैं। बीएमसी के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 1 से 22 सितंबर तक नौ साल से कम उम्र के 254 बच्चे और 10 से 19 साल के 681 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
मुंबई, मिड डे। मुंबई में कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) का कहना है कि शहर में कोरोना संक्रमण नियंत्रण हैं लेकिन बच्चों में धीरे-धीरे कोरेाना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। 1 से 22 सितंबर तक 19 साल से कम उम्र के युवाओं में दर्ज किए गए मामलों में पर एक नजर डाली जाये तो इसी अवधि में पाए गए कुल संक्रमणों का 11.33 प्रतिशत शामिल है।
जुलाई और अगस्त में ये दर 10.3 और 10.9 प्रतिशत थी। जबकि मार्च में, शहर में दूसरी लहर आने से पहले, बच्चों में मामले कुल संक्रमण का 5.6 प्रतिशत थे। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि पिछले दो महीने से बच्चे तेजी से ठीक हो रहे हैं और घर पर ही आइसोलशन में हैं। बच्चों में मामले अभी भी बढ़ रहे हैं, बीएमसी के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 1 से 22 सितंबर तक नौ साल से कम उम्र के 254 बच्चे और 10 से 19 साल के 681 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
हालांकि यह संख्या पहले के महीनों की तुलना में कम है, और विशेष रूप से मार्च और अप्रैल की तुलना में जब दूसरी लहर अपने चरम पर थी। जून में, कुल मामलों में से लगभग 13.3 प्रतिशत 0-19 वर्ष के समूह के बच्चों के थे। जुलाई और अगस्त में यह आंकड़ा क्रमश: 10.3 और 10.9 फीसदी था। सितंबर में यह बढ़कर 11.33 फीसदी हो गया।
इस बीच, बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त, सुरेश काकानी ने कहा, “बच्चों के मामले पिछले दो महीनों के समान हैं। सकारात्मक पक्ष यह है कि कोरोना संक्रमण को लेकर शायद ही किसी बच्चे की मौत हुई हो। अधिकांश बच्चों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं थी। वे घरों में ही तेजी से ठीक भी हो रहे हैं।" आंकड़ों के मुताबिक मार्च से बच्चों में मामले बढ़ने लगे।
काकानी ने कहा, "अगर केंद्र सरकार अक्टूबर में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीकों को मंजूरी देती है, तो हम अपने केंद्रों पर अभियान शुरू कर सकते हैं क्योंकि बुनियादी ढांचा पहले से ही मौजूद है।" बीएमसी के अनुसार, 12 से 19 साल की उम्र के लगभग 10 से 12 लाख बच्चे हैं और बुनियादी ढांचा एक दो दिनों के भीतर उन्हें टीका लगाने के लिए पर्याप्त है।