Maharashtra में लाकडाउन खत्म करने को लेकर असमंजस, कुछ देर बाद ही राज्य सरकार ने पलटा अनलॉक का फैसला
कोविड-19 की पहली लहर के बाद जल्दी ही दूसरी लहर की चपेट में आ चुके महाराष्ट्र में लाकडाउन खत्म करने को लेकर असमंजस की स्थिति दिखाई दे रही है। गुरुवार को पहले राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने अनलाक लागू करने के लिए पांच स्तरीय रणनीति की घोषणा की।
राज्य ब्यूरो, मुंबई! कोविड-19 की पहली लहर के बाद जल्दी ही दूसरी लहर की चपेट में आ चुके महाराष्ट्र में लाकडाउन खत्म करने को लेकर असमंजस की स्थिति दिखाई दे रही है। गुरुवार को पहले राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने अनलाक लागू करने के लिए पांच स्तरीय रणनीति की घोषणा की। लेकिन कुछ देर बाद ही राज्य सरकार की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि राज्य में साप्ताहिक पाजिटिवटी दर एवं आक्सीजन बेड की उपलब्धता के आधार पर ही सख्ती में ढील देने का निर्णय किया जाएगा।
महाविकास आघाड़ी सरकार में कांग्रेस कोटे से राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने आज दिन में बाकायदा संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को बताया कि सरकार राज्य में लाकडाउन खत्म करने के लिए पांच स्तरीय रणनीति पर काम करने जा रही है। इसके तहत जिन 18 जिलों में कोरोना की पाजिटिवटी दर पांच फीसद से कम है, उन्हें लाकडाउन से पूरी तरह मुक्त करने का निर्णय किया जा सकता है। इनमें मुंबई का पड़ोसी जिला ठाणे भी शामिल था। जबकि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को द्वितीय चरण के अनलाक में रखा गया था।
मुंबई में फिलहाल सभी के लिए लोकल ट्रेनें न खोलने की बात भी वडेट्टीवार ने कही थी। बता दें कि महाराष्ट्र में ब्रेक दे चेन मुहिम के तहत राज्यव्यापी सख्ती में कुछ ढील देने की घोषणा पिछले रविवार को की गई थी। इनमें जरूरी वस्तुओं की दुकानें सुबह 11 बजे तक के बजाय दोपहर दो बजे तक खोलने एवं गैरजरूरी वस्तुओं की ई-कामर्स से डिलिवरी की अनुमति दी गई है। लेकिन एक जिले से दूसरे जिले में यात्राओं पर प्रतिबंध अभी भी जारी है। विजय वडेट्टीवार ने कहा था कि लेवल पांच में रेड जोन वाले जिले रखे जाएंगे, जहां कोरोना की स्थिति अब भी नियंत्रण में नहीं दिख रही है। इन जिलों में पूरी तरह लाकडाउन रखा जाएगा।
लेकिन वडेट्टीवार की इन घोषणाओं के कुछ देर बाद ही राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कोरोना से अभी भी पूरी तरह छुटकारा नहीं मिला है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी कहीं-कहीं संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना के घातक एवं निरंतर बदलते स्वरूप का अध्ययन करके ही लाकडाउन में ढील का निर्णय किया जाएगा। राज्य में जारी सख्ती पर अभी कोई निर्णय नहीं किया गया है। ब्रेक द चेन मुहिम में कुछ ढील दी जा रही है। साप्ताहिक पाजिटिवटी दर एवं आक्सीजन बेड की उपलब्धता को ध्यान में रखकर ही लाकडाउन की पांच स्तरीय रणनीति पर अमल का निर्णय किया जाएगा।
एक वरिष्ठ मंत्री द्वारा प्रेस कांफ्रेंस किए जाने के कुछ ही देर बाद ही राज्य सरकार की ओर से इस प्रकार बयान दिए जाने पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार के एकमत न होने की बात कही जा रही है। साथ ही विपक्ष को भी निशाना साधने का मौका मिल गया है। महाविकास आघाड़ी सरकार के इस असमंजस की प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने अंधेर नगरी, चौपट राजा कहकर खिल्ली उड़ाई है। बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम हो रहे हैं। जिसके कारण नागरिकों में लाकडाउन खत्म होने की उम्मीद बंधने लगी है।