5 साल से कम उम्र के बच्चों को लगाया जाये इन्फ्लूएंजा का टीका, महाराष्ट्र सरकार से अपील
आदिवासी कल्याण राज्य समिति के प्रमुख पूर्व विधायक विवेक पंडित (Vivek Pandit) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों को इन्फ्लूएंजा का टीका (Anti-Influenza Vaccine) लगाया जाए।
ठाणे, पीटीआइ। पूर्व विधायक विवेक पंडित (Vivek Pandit)) , जो आदिवासी कल्याण (Tribal Welfare) राज्य समिति के प्रमुख हैं, ने महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) से अपील की है कि आगामी मानसून (Monsoon) के मौसम से पहले राज्य के आदिवासी क्षेत्र में पांच साल से कम उम्र के सभी बच्चों को एंटी-इन्फ्लूएंजा टीका (Anti-Influenza Vaccine) लगाया जाए। सोमवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने संकेत दिया है कि बारिश के मौसम में, इन्फ्लूएंजा, जिसे सामान्य फ्लू भी कहा जाता है, बच्चों में फैल सकता है। उन्होंने कहा कि देश पहले से ही COVID-19 संकट का सामना कर रहा है।
विवेक पंडित ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों को सभी तहसीलों में इन्फ्लूएंजा से बचाव के लिए टीका लगाया जाए इसके लिए जिला कलेक्टरों की निगरानी में प्राधिकरण बनाया जाए। उन्होंने कहा कि गरीब आदिवासी इन्फ्लूएंजा रोधी टीके नहीं खरीद सकते, जिनकी कीमत 1,500 रुपये से 2,000 रुपये के बीच है। इसलिए, सरकार को मानसून के मौसम की शुरुआत से पहले सभी बच्चों को मुफ्त में टीके (Free Vaccine) लगाने का अभियान चलाना चाहिए।
गौरतलब है कि बाल चिकित्सकों और राज्य की कोविड-19 टास्क फोर्स ने भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से राज्य में बच्चों को इन्फ्लूएंजा का टीका लगाये जाने की अपील की है, बता दें कि इन्फ्लूएंजा और कोरोना के शुरुआती लक्षण एक जैसे ही होते हैं। ऐसे में टास्क फोर्स का मानना है कि इससे इस एहतियाती कदम में संभावित खतरे की स्थिति को टालने में सहायता अवश्य मिलेगी।
इन्फ्लूएंजा के सामान्य लक्षण
इन्फ्लूएंजा एक श्वसन वायरल संक्रमण होता है। इसके लक्षण कोरोना संक्रमण से काफी हद तक मिलते हुए ही होते हैं। इन्फ्लूएंजा से ग्रसित मरीज को खांसी, हल्का बुखार, जुकाम और बदन दर्द की शिकायत रहती है।