Maharashtra: फिरौती मामले में छोटा राजन की भतीजी गिरफ्तार

Maharashtra छोटा राजन की भतीजी प्रियदर्शिनी निकालजे को पुणे पुलिस ने फिरौती के एक मामले में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी वानोवारिए से की गई है। कोरोना संक्रमित होने के बाद छोटा राजन को इलाज के लिए नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 10:06 PM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 10:06 PM (IST)
Maharashtra: फिरौती मामले में छोटा राजन की भतीजी गिरफ्तार
फिरौती मामले में छोटा राजन की भतीजी गिरफ्तार। फाइल फोटो

पुणे, एएनआइ। अंडरव‌र्ल्ड डान छोटा राजन की भतीजी प्रियदर्शिनी निकालजे को पुणे पुलिस ने फिरौती के एक मामले में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी वानोवारिए से की गई है। कोरोना संक्रमित होने के बाद अंडरव‌र्ल्ड डान राजेंद्र निखालजे उर्फ छोटा राजन को इलाज के लिए 26 अप्रैल को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। ठीक होने के बाद उसे 11 मई को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। गौरतलब है कि इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तार होने के बाद छोटा राजन को 2015 में भारत लाया गया और तब से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। 2011 में पत्रकार जेडे की हत्या के मामले में 2018 में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है।

अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने कोरोना वायरस को मात दे दी है। अब वो पूरी तरह से ठीक हो गया है। ठीक होने के बाद गत दिनों उसे एम्स से वापस तिहाड़ जेल भेज दिया गया। छोटा राजन का अस्पताल में इलाज चल रहा था। छोटा राजन तिहाड़ के जेल संख्या 2 में है बंद। अस्पताल में 22 अप्रैल को जांच में चला था कोरोना संक्रमण का पता। राजन को 24 अप्रैल को तिहाड़ से एम्स में कराया गया था दाखिल, यहीं पर उसका इलाज चल रहा था। कुछ दिन पहले इंटरनेट मीडिया में ये सूचना वायरल हो गई थी कि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मौत हो गई है। इस सूचना की जांच की गई तो ये वायरस सूचना गलत निकली। एम्स के एक अधिकारी ने राजन के कोरोना वायरस से संक्रमित होकर इलाज कराने के बारे में पुष्टि की थी।

अप्रैल के आखिरी सप्ताह में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे अस्पताल में एडमिट कराया गया था। कई दिनों तक उसकी हालत स्थिर बनी हुई थी। छोटा राजन पर अपहरण और हत्या के सहित 70 से अधिक केस दर्ज हैं। उसे मुंबई के सीनियर पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या में दोषी करार देते हुए आजीवन कैद की सजा सुनाई गई है। उसे हनीफ कड़ावाला की हत्या के केस में विशेष सीबीआई कोर्ट ने बरी भी कर दिया था। मुंबई में 1993 में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में भी छोटा राजन आरोपित है। छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र निखालजे है। राजन को पुलिस 2015 में इंडोनेशिया से भारत प्रत्यर्पित कर लाया गया है। तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने 26 अप्रैल को एक केस की सुनवाई के दौरान बताया था कि छोटा राजन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर पेशी के लिए नहीं लाया जा सकता। इसकी वजह यह है कि उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया है और अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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