महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्यपाल पद का सम्मान करना चाहिए : चंद्रकांत पाटिल
महाराष्ट्र के राज्यपाल बी एस कोश्यारी (Governor B S Koshyari) और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बीच पत्र युद्ध (Letter war) के बीच भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने कहा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्यपाल के पद का सम्मान करना चाहिए।
मुंबई, पीटीआइ। महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मुद्दे पर महाराष्ट्र के राज्यपाल बी एस कोश्यारी (Governor B S Koshyari) और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बीच जारी पत्र युद्ध (Letter war) को लेकर राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्यपाल के पद का सम्मान करना चाहिए। साकीनाका दुष्कर्म और हत्या की पृष्ठभूमि के खिलाफ राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए कोश्यारी द्वारा ठाकरे को एक पत्र लिखे जाने के कुछ दिनों बाद, सीएम ने सोमवार को पलटवार करते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और उन पर बढ़ते हमलों के संबंध में राज्यपाल को केंद्र से मुद्दों पर चर्चा के लिए संसद का सत्र बुलाने का अनुरोध करना चाहिए।
राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में, मुख्यमंत्री ठाकरे ने राज्यपाल कोश्यारी के गृह राज्य उत्तराखंड सहित भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आंकड़े दिए। ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल द्वारा इस तरह के "निर्देश" एक नया विवाद पैदा कर सकते हैं। ये लोकतांत्रिक संसदीय प्रक्रियाओं के लिए हानिकारक हैं।
बुधवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पाटिल ने कहा, 'सीएम ठाकरे को राज्यपाल के संवैधानिक पद का सम्मान करना चाहिए। अगर वह दूसरे राज्यों पर उंगली उठा रहे हैं तो विशेष सत्र बुलाने का फैसला उन्हीं का होगा। उन्हें यहां की स्थिति को सुधारने पर ध्यान देना चाहिये। भाजपा के संजय उपाध्याय द्वारा अगले महीने होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद पाटिल पत्रकारों से बात कर रहे थे।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में मुंबई के साकीनाका इलाके में सड़क किनारे खड़े एक टेंपो में 34 वर्षीय एक महिला के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया था। 45 वर्षीय आरोपी ने पीड़िता के प्राइवेट पार्ट को रॉड से चोट पहुंचाने के बाद बेरहमी से उसकी पिटाई भी की थी जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई थी।