Cyclone Tauktae: महाराष्ट्र के जलगांव में झोपड़ी पर गिरा पेड़, दो बहनों की मौत; मुंबई में भारी बारिश की संभावना
Cyclone Tauktae मुंबई में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। भारी बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं होगा लेकिन तेज हवाओं से नुकसान होने की संभावना है।
मुंबई, एएनआइ। Cyclone Tauktae: महाराष्ट्र में जलगांव के अंचलवाड़ी इलाके में रविवार अपरान्ह करीब तीन बजे तूफान टाक्टे की वजह से तेज तेज हवा चलने के कारण एक पेड़ के झोपड़ी पर गिरने से दो बहनों की मौत हो गई और उनकी मां गंभीर रूप से घायल हो गईं। यह जानकारी एनडीआरएफ ने दी। वहीं, मुंबई में सोमवार को भारी बारिश हो सकती है और 18 तारीख को मध्यम बारिश होगी। मुंबई में 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं होगा, लेकिन तेज हवाओं से नुकसान होने की संभावना है। यह जानकारी मुंबई के आइएमडी उप महानिदेशक जयंत सरकार ने दी। उनके मुताबिक, तूफान टाक्टे की वर्तमान स्थिति ईस्ट सेंट्रल अरेबियन सागर है। यह अगले 24 घंटों में और तेज होगा। 18 मई की सुबह इसके गुजरात पार करने की संभावना है। यह बहुत तीव्र तूफान है।
इधर, दक्षिण पूर्वी अरब सागर से उठा समुद्री तूफान टाक्टे और विकराल होकर गुजरात की ओर बढ़ रहा है। यह तूफान गुजरात के साथ केंद्र शासित दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली में कहर बरपा सकता है। तूफान के चलते केरल, तमिलनाडु, में बाढ़ का खतरा पैदा होने के साथ कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की आशंका है। टाक्टे से निपटने के लिए केंद्र व राज्य सरकारों ने तैयारियां पूरी कर लीं। वायुसेना के साथ एनडीआरएफ की टीमें मुस्तैद हैं। इस तूफान का रेल सेवाओं और उड़ानों पर भी असर पड़ा है। तटवर्ती क्षेत्र के निवासियों के साथ-साथ मछुआरों को सतर्क कर दिया गया है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तूफान से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह के अलावा विभिन्न मंत्रालयों व एजेंसियों के शीर्ष पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में तूफान की चपेट में आने के संभावित लोगों को सुरक्षित निकालने की बात सुनिश्चित की गई। उन्होंने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य सेवाओं, पेयजल आपूर्ति में कोई व्यवधान आने पर उसकी तुरंत मरम्मत की बात भी कही। पीएम ने तूफान से प्रभावित होने वाले इलाकों के कोविड अस्पतालों का विशेष ध्यान रखने को भी कहा। उन्होंने स्थापित किए गए नियंत्रण कक्षों को 24 घंटे खुला रखने की भी हिदायत दी।