Coronavirus: महाराष्ट्र में कोरोना के 51751 नए मामले, बनेंगे तीन बड़े अस्थायी अस्पताल; फाइव स्टार होटलों में बनेंगे कोरोना केयर सेंटर

Coronavirus कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अगले पांच से छह हफ्तों के भीतर मुंबई में तीन बड़े अस्थायी अस्पताल बनाने का फैसला किया है। इसके साथ ही कुछ फाइव और फोर स्टार होटलों में भी कोरोना केयर सेंटर बनाने की तैयारी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 02:07 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 10:00 PM (IST)
Coronavirus: महाराष्ट्र में कोरोना के 51751 नए मामले, बनेंगे तीन बड़े अस्थायी अस्पताल; फाइव स्टार होटलों में बनेंगे कोरोना केयर सेंटर
मुंबई में फाइव स्टार होटल बनेंगे कोविड सेंटर। फाइल फोटो

मुंबई, एजेंसियां। Coronavirus: महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 51751 नए मामले सामने आए, 52312 रिकवर हुए और 258 मौतें हुई हैं। प्रदेश में कुल मामले: 34,58,996 हैं। कुल 28,34,473 रिकवर हुए।

कोरोना से अब तक 58245 की मौत हुई है। सक्रिय मामले 5,64,746 हैंं।

मुंबई में कोरोना के 6905 नए मामले और 43 मौतें

मुंबई में सोमवार को कोरोना के 6905 नए मामले सामने आए, 9037 रिकवर हुए और 43 मौतें हुईं। कुल मामले 5,27,119 हैं। कुल 4,23,678 रिकवर हुए। अब तक कोरोना से 1,20,060 की मौत हुई है। सक्रिय मामले 90,267 हैं।

नागपुर में कोरोना के 5661 नए मामले और 69 मौतें 

नागपुर में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5,661 नए मामले सामने आए, 3,247 रिकवर हुए और 69 मौतें हुईं। कुल मामले 2,84,217हैं। कुल 2,20,560 रिकवर हुए। सक्रिय मामले 57,819 हैं। कोरोना से 5838 की मौत हुई है।

महाराष्ट्र में लॉकडाउन की बन रही है योजना

महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने कहा कि  राज्य सरकार लॉकडाउन के दौरान क्या और कितने दिनों के लिए अनुमति देने की आवश्यकता है, इस पर योजना बना रही है। उनके मुताबिक, केंद्र अपने राजस्व का लगभग 50 फीसद मुंबई से कमाता है। हमारे प्रवासी कामगारों और छोटे स्तर के उद्योगपतियों की मदद करने के लिए हमें केंद्र समर्थन की आवश्यकता है। हम केंद्र से एक पैकेज प्रदान करने का अनुरोध करते हैं, और आगे हम इसमें योगदान भी देंगे।

बनाए जाएंगे तीन बड़े अस्थायी अस्पताल बनेंगे, फाइव स्टार होटलों में बनेंगे कोरोना केयर सेंटर

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अगले पांच से छह हफ्तों के भीतर मुंबई में तीन बड़े अस्थायी अस्पताल बनाने का फैसला किया है। इसके साथ ही कुछ फाइव और फोर स्टार होटलों में भी कोरोना केयर सेंटर बनाने की तैयारी है, जहां संक्रमित मरीजों को रखा जाएगा। सोमवार को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने यह बात कही। मीडिया से बातचीत में चहल ने कहा कि तीनों बड़े अस्पतालों में से प्रत्येक में 2,000 बेड होंगे। इनमें से 200 बेड आइसीयू और 70 फीसद बेड ऑक्सीजन की सुविधा वाले होंगे। महानगर के तीन अलग-अलग क्षेत्रों में इन अस्पतालों को स्थापित किया जाएगा। चहल ने कहा कि उन्होंने कुछ बड़े होटलों से भी अपने यहां कोरोना केयर सेंटर स्थापित करने का आग्रह किया है। ये सेंटर निजी अस्पतालों के पेशेवरों द्वारा चलाए जाएंगे। यह सुविधा इसलिए बनाई जा रही है, ताकि अस्पताल में जरूरतमंद मरीजों को बेड मिल सके और जिन्हें निगरानी में रखने की जरूरत है उन्हें इन सेंटरों में रखा जा सके। मुंबई के 141 अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए 19,151 बेड की व्यवस्था की गई है, जिसमें से 3,777 बेड अभी खाली हैं। आइसीयू बेड की संख्या 2,466 हो गई है।

महाराष्ट्र सरकार ने 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं टालीं

संक्रमण के गंभीर होते हालात को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं टाल दी हैं। 12वीं की परीक्षाएं 23 और 10वीं की 10 अप्रैल से शुरू होने वाली थीं। राज्य की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने ट्वीट कर कहा कि अभी हालात बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कराने लायक नहीं हैं। उन्होंने बताया कि 12वीं की परीक्षाएं मई और 10वीं की जून के अंत में कराई जाएंगी।

नागपुर में ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर विचार करे सरकार : हाई कोर्ट

बांबे हाई कोर्ट की नागपुर पीठ ने महाराष्ट्र सरकार से नागपुर में ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर विचार करने को कहा है। जस्टिस जेडए हक और जस्टिस एबी बोरकर की पीठ एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिस पर उसने पिछले साल राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दवा और रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता को लेकर स्वत: संज्ञान लिया था।

क्वारंटाइन सेंटर में सीसीटीवी लगाने के निर्देश

वहीं, जस्टिस सुनील शुकरे और जस्टिस अविनाश घरोटे की पीठ ने नागपुर के क्वारंटाइन सेंटरों में सीसीटीवी लगाने का निर्देश दिया है। पीठ ने इस बात पर नाराजगी जताई कि क्वारंटाइन सेंटरों में मरीज नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। सीटीसीटी लगाए जाने के बाद इन मरीजों की गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिलेगी।

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