Maharashtra: संजय पाटिल बोले-सत्तारूढ़ दल का सांसद हूं, इसलिए मेरे यहां नहीं आ सकती ईडी

Maharashtra भाजपा सांसद संजय पाटिल ने कहा कि वह सत्तारूढ़ दल के सांसद हैं इसलिए प्रवर्तन निदेशालय उनके पीछे नहीं पड़ सकता है। पाटिल ने कहा कि वह लक्जरी गाड़ियां खरीदने के लिए बैंकों से लोन लेते हैं लेकिन उनके यहां ईडी नहीं आ सकती।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:30 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:21 PM (IST)
Maharashtra: संजय पाटिल बोले-सत्तारूढ़ दल का सांसद हूं, इसलिए मेरे यहां नहीं आ सकती ईडी
महाराष्ट्र के सांगली से भाजपा के लोकसभा सदस्य संजय पाटिल। फाइल फोटो

सांगली, (महाराष्ट्र), एएनआइ। महाराष्ट्र के सांगली से भाजपा के लोकसभा सदस्य संजय पाटिल अपने विवादास्पद बयान के बाद चर्चा में आ गए हैंं। भाजपा सांसद ने कहा कि वह सत्तारूढ़ दल के सांसद हैं, इसलिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके पीछे नहीं पड़ सकता है। पाटिल ने कहा कि वह लक्जरी गाड़ियां खरीदने के लिए बैंकों से लोन लेते हैं, लेकिन उनके यहां ईडी नहीं आ सकती। सांगली में एक शापिंग माल का उद्घाटन करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि मैंने 40 लक्जरी कारें खरीदने के लिए बैंकों से लोन लिया है। 2019 में कांग्रेस छोड़ने वाले हर्षवर्धन पाटिल का उल्लेख करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि वह रात में चैन से सोते हैं, क्योंकि केंद्रीय एजेंसियां उनके यहां पूछताछ के लिए नहीं आ सकतीं। गौरतलब है कि उनका यह बयान महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल कुछ नेताओं के उस आरोप के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।

गौरतलब है ति शिवसेना सांसद भावना गवली एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने आने से कतरा गई हैं। ईडी ने उन्हें मनी लांड्रिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए सम्मन भेजा था। भावना गवली के वकील ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें चिकनगुनिया हो गया है, जिसका मेडिकल प्रमाणपत्र देते हुए गवली ने ईडी के सामने पेश होने के लिए करीब 15 दिन की मोहलत मांगी है। भावना गवली यवतमाल-वाशिम लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना की सांसद हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने कुछ सहयोगियों की मदद से महिला उत्कर्ष प्रतिष्ठानम नामक एक न्यास को एक कंपनी में परिवर्तित कर इसमें जमा करोड़ों रुपयों की निकासी की है। इस मामले ईडी ने इसी वर्ष सितंबर में उनके एक सहयोगी सईद खान को पीएमएलए एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। कोर्ट से सईद की हिरासत मांगते हुए ईडी ने आरोप लगाया था कि भावना गवली ने उसकी मदद से धोखाधड़ी करके न्यास को एक निजी कंपनी में बदला और करीब 18 करोड़ रुपये हड़प लिए। इसी मामले में ईडी भावना गवली से पूछताछ करना चाहती है। ईडी ने पहले चार सितंबर को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। गवली ने तब भी व्यवस्तता का हवाला देकर ईडी के सामने आने से इन्कार कर दिया था। जबकि गवली के वकील का कहना है कि इस मामले में रिपोर्ट खुद भावना गवली की तरफ से दर्ज कराई गई है। पुलिस इस मामले में आरोपपत्र भी पेश कर चुकी है। 

chat bot
आपका साथी