Maharashtra: शिवसेना ने अरविंद सावंत को भी बनाया मुख्य प्रवक्ता

Maharashtra शिवसेना ने सांसद अरविंद सावंत को पार्टी का मुख्य प्रवक्ता बनाया है। माना जा रहा है अनिल देशमुख को एक्सीडेंटल गृह मंत्री कहने से पार्टी संजय राउत से नाराज है। इस वजह से उनके पर कतरने की कवायद शुरू की गई है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 02:31 PM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 09:07 PM (IST)
Maharashtra: शिवसेना ने अरविंद सावंत को भी बनाया मुख्य प्रवक्ता
शिवसेना ने संजय राउत के साथ अरविंद सावंत को भी बनाया पार्टी का मुख्य प्रवक्ता। फाइल फोटो

मुंबई, राज्य ब्यूरो। Maharashtra: शिवसेना ने दक्षिण मुंबई से सांसद अरविंद सावंत को भी मुख्य प्रवक्ता बना दिया है। माना जा रहा है कि ऐसा करके पार्टी ने अब तक मुख्य प्रवक्ता की जिम्मेदारी निभाते आ रहे संजय राउत के पर कतरने की कोशिश की है। संजय राउत व अरविंद सावंत दोनों ही शिवसेना के महत्वपूर्ण नेता हैं। राउत पिछले कई वर्षों से राज्यसभा में शिवसेना का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। साथ ही, वह शिवसेना के मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक भी हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद राउत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार को शिवसेना के साथ आने के लिए राजी करने में भी बड़ी भूमिका निभाई थी। लेकिन उनके बयान अक्सर महाविकास अघाड़ी में शिवसेना का साथ दे रही कांग्रेस व राकांपा, दोनों को रास नहीं आते। हाल ही में उन्होंने सामना में लिखे अपने स्तंभ में गृहमंत्री अनिल देशमुख को ‘एक्सीडेंटल गृहमंत्री’ बताकर राकांपा को नाराज किया, तो राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को संप्रग का अध्यक्ष बनाए जाने का सुझाव देकर कांग्रेस की भी नाराजगी मोल ले ली।

हालांकि राउत शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के काफी करीबी सलाहकार माने जाते हैं। लेकिन सत्ता में मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए कांग्रेस व राकांपा के साथ का महत्व भी उद्धव अच्छी तरह समझते हैं। माना जा रहा है कि इसीलिए उद्धव ठाकरे ने संजय राउत के साथ-साथ अरविंद सावंत को भी पार्टी का मुख्य प्रवक्ता बनाने का निर्णय किया है। सावंत पहले भी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रह चुके हैं। मुंबई में एमटीएनएल की शिवसेना यूनियन से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले अरविंद सावंत दक्षिण मुंबई से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। वह मोदी की दूसरी सरकार में शिवसेना से एक मात्र मंत्री थे। लेकिन नवंबर 2019 में शिवसेना का भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद सावंत ने मंत्री पद छोड़ने में तनिक भी देर नहीं लगाई थी। सावंत के इस ‘त्याग’ के लिए पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने उनका सार्वजनिक रूप से आभार माना था।

हाल ही में अरविंद सावंत उस समय भी चर्चा में आए थे, जब महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर उनपर धमकी देने का आरोप लगाया था। मुंबई के पुलिस आयुक्त द्वारा गृहमंत्री पर 100 करोड़ रुपये की वसूली करवाने का आरोप लगाए जाने के बाद राणा ने लोकसभा में इस मुद्दे पर जोरदार वक्तव्य दिया था। उनका कहना है कि इस वक्तव्य के बाद ही अरविंद सावंत उनके पास आए और यह कहते हुए आगे निकल गए अब हम तुम्हें जेल भिजवाएंगे। राणा के अनुसार, उनके चेहरे पर तेजाब डालने की धमकियां भी दी गई हैं। सावंत अक्सर लोकसभा में विभिन्न मुद्दों पर पार्टी का पक्ष भी रखते देखे जाते हैं। माना जा रहा है कि उनके इन्हीं गुणों के कारण शिवसेना ने उन्हें अपने दूसरे मुख्य प्रवक्ता के रूप में प्रोन्नति दी है। संजय राउत व अरविंद सावंत के साथ करीब 10 प्रवक्ताओं की सूची भी शिवसेना ने जारी की है। इनमें राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी भी शामिल हैं।

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