Riyaz Kazi Suspended: सुबूत मिटाने के आरोप में गिरफ्तार रियाज काजी निलंबित
Riyaz Kazi Suspended सचिन वाझे के इशारे पर कथित रूप से सुबूत मिटाने के आरोप में गिरफ्तार असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर रियाजुद्दीन काजी को निलंबित कर दिया गया है। काजी वाझे के साथ क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट में तैनात था।
मुंबई, प्रेट्र। Riyaz Kazi Suspended: अंटीलिया कांड और मनसुख हिरेन हत्याकांड के मुख्य आरोपित सचिन वाझे के इशारे पर कथित रूप से सुबूत मिटाने के आरोप में गिरफ्तार असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर रियाजुद्दीन काजी को निलंबित कर दिया गया है। काजी वाझे के साथ क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट (सीआइयू) में तैनात था। दोनों मामले खुलने के बाद पिछले महीने ही उसका तबादला किया गया था। काजी का निलंबन आदेश जारी करते हुए आर्म्स यूनिट के एडीशनल कमिश्नर वीरेंद्र मिश्रा ने कहा कि निलंबन अवधि में रियाजुद्दीन कोई निजी काम धंधा नहीं कर सकता। ऐसा करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। काजी को हर दिन स्थानीय आर्म्स यूनिट में हाजिरी लगानी होगी।उल्लेखनीय है इन दोनों मामलों की जांच कर रही एनआइए ने काजी को रविवार को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। अवकाशकालीन अदालत ने उसे 16 अप्रैल तक एनआइए की हिरासत में दे दिया था।
एनआइए को इस बात का शक है कि दोनों मामलों को अंजाम देने के लिए काजी ने वाझे को पूरी मदद की। 13 मार्च को गिरफ्तारी होने तक वाझे ही सीआइयू का प्रमुख था। वाझे के इशारे पर काजी ने विस्फोटक लदी स्कार्पियो के लिए फर्जी नंबर प्लेट मुहैया कराई थीं। उसने वाझे की सोसायटी और नंबर प्लेट की दुकान की डीवीआर निकलवा कर गायब कर दी थी। एनआइए सूत्रों के अनुसार काजी से पहले भी कई बार पूछताछ की गई लेकिन सवालों के संतोषजनक जवाब न देने पर उसे रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। एनआइए इस मामले में वाझे के साथ उसके दो साथियों बर्खास्त कांस्टेबिल नरायण शिंदे और क्रिकेट बुकी नरेश गोर को गिरफ्तार कर चुकी है। तीनों फिलहाल 23 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं।
इधर, जबरन वसूली के मामले में जैसे-जैसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की जांच आगे बढ़ रही है, मुंबई पुलिस के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिव वाझे और उनके गुरु 'एनकाउंटर किंग' प्रदीप शर्मा के बीच करीबी रिश्तों के नए साक्ष्य भी मिल रहे हैं। भाजपा के एक प्रमुख नेता व विधायक ने दावा किया कि प्रदीप शर्मा ने वाझे की बहाली के लिए 2016 में तत्कालीन भाजपा सरकार से संपर्क किया था। भाजपा विधायक ने बताया कि इस संदर्भ में एक बैठक मुंबई एयरपोर्ट के पास स्थित होटल लीला केम्पिंसकी में हुई थी। उस बैठक में प्रदीप शर्मा खुद आया था। उसने भाजपा नेता से अपने पूर्व अधीनस्थ वाझे को पुलिस में बहाल करने का अनुरोध किया था। लेकिन भाजपा सरकार ने उसके अनुरोध को खारिज कर दिया था। जब प्रदीप शर्मा की यह कोशिश विफल हो गई थी तो शिवसेना के शीर्ष नेतृत्व ने वाझे को पुलिस विभाग में बहाल करने के लिए भाजपा से संपर्क किया था। इस अनुरोध को भी ठुकरा दिया गया था क्योंकि वह गंभीर प्रकृति के अदालती मामलों में शामिल था। इस बीच, एनआइए प्रदीप शर्मा के खिलाफ और सुबूत इकट्ठा कर रही है। प्रदीप ने ही अंटीलिया के बाहर जिलेटिन से लदी एसयूवी प्लांट करने में वाझे को मदद मुहैया कराई थी।