राहुल गांधी और पांच बड़े नेताओं के बाद अब Twitter ने मुंबई कांग्रेस कमेटी का ट्विटर हैंडल भी किया ब्लॉक
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rajul Gandhi) के ट्विटर अकाउंट को अस्थायी तौर पर ब्लॉक किए जाने के बाद मुंबई कांग्रेस कमेटी (Mumbai Congress Committee) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को भी ब्लॉक कर दिया गया है। ये जानकारी कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सपरा ने दी है।
मुंबई, एएनआइ। मुंबई कांग्रेस कमेटी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को भी ब्लॉक कर दिया गया है। कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सपरा ने इस पर आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि इस मामले में वह ट्विटर को पत्र (Write Letter To Twitter) लिखेंगे। मिली जानकारी के अनुसार नियमों के उल्लंघन करने के मामले में ट्विटर की तरफ से ये कार्रवाई की गई है। बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट (Rahul Gandhi Twitter Account)को भी अस्थाई तौर पर ब्लॉक किया गया था।
बीते बुधवार देर रात रणदीप सुरजेवाला समेत पांच वरिष्ठ नेताओं के ट्विटर अकाउंट को भी ब्लॉक कर दिया था। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट को अस्थायी तौर पर ब्लॉक किया गया था। इसके बाद इन पांच नेताओं के ट्विटर अकाउंट ब्लॉक होने पर राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मच गया है। कांग्रेस ने दावा किया है कि लोकसभा में पार्टी के सचेतक मनिकम टैगोर, एआईसीसी के महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, असम प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव के ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिए गए हैं।
राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट हुआ था लॉक
नियमों के उल्लंघन मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट अस्थाई तौर पर लॉक कर दिया गया था। दरअसल उन्होंने दुष्कर्म और हत्या की शिकार 9 साल की बच्ची के परिवार के साथ कुछ फोटो ट्वीट की थीं। राहुल गांधी के ट्वीट का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नेट्विटर को कार्रवाई का निर्देश दिया था। एनसीपीसीआर ने राहुल के फोटो ट्वीट किए जाने को पीड़िता की निजता का उल्लंघन बताते हुए ये कार्रवाई की थी।
कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल कि जरिये ट्वीट कर कहा था कि, ‘‘राहुल गांधी का अकाउंट अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिय गया है और इसकी बहाली के लिए जरूरी प्रक्रिया चल रही है। ’’जब तक उनका अकाउंट बहाल नहीं कर दिया जाता तब तक वह सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफार्म के जरिये आपके साथ संपर्क में रहेंगे और लोगों के हक के लिए अपनी आवाज उठाते रहेंगे और उनकी लड़ाई में साथ देते रहेंगे।