सफाई कर्मचारी को कूड़ेदान में मिली एक दिन की नवजात बच्ची, जांच में जुटी पुलिस

प्रियदर्शनी पार्क के पास कचरे में सुबह एक दिन की बच्ची मिली। बच्ची को तुरंत निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां से उसे वाडिया अस्पताल भेज दिया गया।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Fri, 20 Dec 2019 01:39 PM (IST) Updated:Fri, 20 Dec 2019 01:39 PM (IST)
सफाई कर्मचारी को कूड़ेदान में मिली एक दिन की नवजात बच्ची, जांच में जुटी  पुलिस
सफाई कर्मचारी को कूड़ेदान में मिली एक दिन की नवजात बच्ची, जांच में जुटी पुलिस

पुणे, एजेंसी। पुणे के विश्रांतवाड़ी में एक कूड़ेदान में नवजात मिला है। एक महिला सफाई कर्मचारी कूड़ेदान से कचरा उठा रही थी, तभी उसे एक पतले कपड़े में कुछ हिलता हुआ दिखाई दिया। सफाई कर्मचारी ने तुरंत पुलिस को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस कूड़ेदान में से नवजात को एक आश्रम में देखभाल एवं इलाज के लिए पहुंचाई। 

जानकारी हो कि प्रियदर्शनी पार्क के पास कचरे में सुबह एक दिन की बच्ची मिली। बच्ची को तुरंत निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां से उसे वाडिया अस्पताल भेज दिया गया। मालाबार हिल पुलिस ने आईपीसी की धारा 317 (बच्चे को छोड़ने) के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। मालाबार हिल पुलिस ने दो दिन के बच्चे के छोडने की जांच करते हुए बच्ची की मां को भी संज्ञान में ले लिया है। पुलिस ने विभिन्न सीसीटीवी कैमरों की स्क्रीनिंग की ताकि मां का पता चल सके। 

जानकारी हो कि पुलिस प्रियदर्शनी पार्क के पार लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही थी। एक अधिकारी ने बताया कि हमें सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से कुछ सुराग मिले। इसके अलावा, हमेें कुछ मुखबिरों से पता चला कि झोपड़ी में रहने वाली एक महिला गर्भवती थी, लेकिन कुछ दिनों से अपने घर से बाहर नहीं निकली है। हमने घर पर नज़र रखी। हम उस महिला और उस व्यक्ति को गिरफ्तार करेंगे जो इस घटना में शामिल हैं।

इस बीच, वाडिया अस्पताल में भर्ती बच्ची का आईसीयू में इलाज चल रहा है। वाडिया अस्पताल के सीईओ मिनी बोधनवाला ने कहा कि एहतियाती के रूप में हमने बच्चे को आईसीयू में रखा है, हमारे डॉक्टरों ने बच्चे के स्वास्थ्य पर नजर रखी है। वह ठीक हो रहा है।

जानकारी के अनुसार सफाई कर्मचारी लष्मी ढेमरे ने बताया कि पिछले 19 वर्ष से वो स्नेहगंध सोसायटी के आसपास सफाई का काम कर रही है। लक्ष्मी ने कूड़ेदान में देखा कि कोई चीज हिल रही है। नवजात के गले को कपड़े से कसकर बांधा गया था। उसने आशंका जताई कि जल्दबाजी में किसी ने हत्या करके उसे छोड़ दिया था। नवजात का ससून अस्पताल में इलाज कराया गया। बाद में उसे एक आश्रम मे भेजा गया जहां ऐसे अन्य अनाथ बच्चों के साथ ये नवजात जिंदगी की शुरुआत करेगा। पुणे की विश्रांतवाड़ी पुलिस मामले में तफ्तीश कर रही है। 

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