Coronavirus: महाराष्ट्र में कोरोना के 68631 नए मामले, मुंबई में 53 व नागपुर में 85 मौतें

Coronavirus मुंबई में कोरोना के 8479 नए मामले सामने आए और 53 मौतें हुईं हैं। यहां 12347 की मौत हुई है। सक्रिय मामले 87698 हैं। वहीं नागपुर जिले में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7107 नए मामले सामने आए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:30 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 10:54 PM (IST)
Coronavirus: महाराष्ट्र में कोरोना के 68631 नए मामले, मुंबई में 53 व नागपुर में 85 मौतें
महाराष्ट्र में कोरोना के 68631 नए मामले, मुंबई में 53 व नागपुर में 85 मौतें। फाइल फोटो

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 68631 नए मामले सामने आए, 45654 डिस्चार्ज हुए और 503 मौतें हुई हैं। सक्रिय मामले 6,70,388 हैं। कुल 31,06,828 डिस्चार्ज हुए। कुल 60,473 की मौत हुई है। इधर, मुंबई में कोरोना के 8479 नए मामले सामने आए और 53 मौतें हुईं हैं। यहां 12,347 की मौत हुई है। सक्रिय मामले  87,698 हैं। वहीं, नागपुर जिले में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7107 नए मामले सामने आए, 85 मौतें हुईं और 3987 रिकवर हुए। कुल मामले 3,23,106 हैं। कुल 2,47,590 रिकवर हुए। सक्रिय मामले 69,243 हैं। कोरोना से 6273 की मौत हुई है।

इधर, देश में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में अब इस बीमारी से जुड़ी दवाओं पर भी जबर्दस्त राजनीति हो रही है। बड़ी मात्रा में रेमडेसिविर इंजेक्शन विदेश भेजने की आशंका पर पुलिस ने एक दवा कंपनी के डायरेक्टर को थाने बुलाकर शनिवार को पूछताछ की। इस डायरेक्टर की पैरवी में थाने पर भाजपा नेताओं देवेंद्र फड़नवीस और प्रवीण दारेकर के पहुंचने पर मामला तूल पकड़ गया। सरकार में शामिल दलों ने जहां भाजपा नेताओं की भूमिका पर सवाल उठाए वहीं भाजपा ने महाराष्ट्र सरकार पर संकट काल में भी राजनीति करने का आरोप लगाया। पुलिस ने बताया कि हमें जानकारी मिली थी कि निर्यात पर पाबंदी के बावजूद रेमडेसेविर के करीब 60 हजार वायल (शीशी) एयर कार्गो से विदेश भेजे जाने वाले हैं। इस जानकारी पर हमने दमन स्थित कंपनी ब्रुक फार्मा के डायरेक्टर राजेश दोकानिया को कांदिवली में उनके घर से रात साढ़े आठ बजे बीकेसी थाने बुलाकर पूछताछ शुरू की।

दोकानिया को करीब 12 बजे छोड़ दिया गया। पुलिस ने बताया कि राजेश दोकानिया के पास रेमडेसिविर की 60 हजार वायल का स्टाक था। दवा की किल्लत देखते हुए सरकार ने उसे यह स्टाक देश में ही बेचने को कहा था। महाराष्ट्र पुलिस के डीसीपी मंजूनाथ सिंह ने बताया कि हम दोकानिया से उस स्टाक के बारे में जानना चाहते थे। उधर भाजपा नेताओं को दवा कंपनी के डायरेक्टर से पूछताछ रास नहीं आई। उनका आरोप है कि राज्य सरकार आपदा काल में भी राजनीति कर रही है। वह उन दवा निर्माताओं को परेशान कर रही है जिनसे भाजपा रेमडेसिविर की सप्लाई के लिए संपर्क में है। फड़नवीस ने बताया कि राज्य में रेमडेसिविर की किल्लत पर हम लोगों ने चार दिन पहले ब्रुक फार्मा से इसकी सप्लाई का आग्रह किया था लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने इजाजत नहीं दी। इस पर हमने केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया से बातचीत की तब कहीं एफडीए की इजाजत मिली। 

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