Coronavirus: महाराष्ट्र में कोरोना के 58924 नए मामले, मुंबई में 57 की गई जान

Coronavirus महाराष्ट्र में कोरोना के कुल मामले 3898262 तक पहुंच गए हैं। कोरोना से अब तक 60824 की मौत हो चुकी है। वहीं मुंबई में कोरोना के 7381 नए मामले सामने आए 8583 लोग डिस्चार्ज हुए और 57 मौतें हुईं हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 07:51 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 07:51 PM (IST)
Coronavirus: महाराष्ट्र में कोरोना के 58924 नए मामले, मुंबई में 57 की गई जान
महाराष्ट्र में कोरोना के 58924 नए मामले, मुंबई में 57 की गई जान। फाइल फोटो

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना के 58924 नए मामले सामने आए, 52412 रिकव हुए और 351 मौतें हुईं हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल मामले 38,98,262 तक पहुंच गए हैं। कोरोना से अब तक 60,824 की मौत हो चुकी है। वहीं, मुंबई में कोरोना के 7381 नए मामले सामने आए, 8583 लोग डिस्चार्ज हुए और 57 मौतें हुईं हैं। इधर, कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने पूरे देश में कहर बरपा रखा है। पहली लहर की तरह ही इसमें भी 70 फीसद से ज्यादा संक्रमित 40 साल से ज्यादा उम्र के लोग ही हैं। इसके साथ ही ज्यादा उम्र के लोगों के संक्रमित होने का खतरा अधिक है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अस्पताल में भर्ती मरीजों में मृत्युदर में अंतर नहीं है। हालांकि, दूसरी लहर में ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत महसूस की जा रही है, लेकिन वेंटीलेटर की जरूरत पिछली बार की तुलना में कम देखी जा रही है।

भार्गव के मुताबिक महामारी की दूसरी लहर में कुछ खास लक्षणों की भी पहचान की गई है। मौजूदा लहर में सांस की तकलीफ झेल रहे मरीजों की संख्या बढ़ी है, जबकि पिछली बार सूखी खांसी और गले में खराश जैसे मामले ज्यादा मिल रहे थे।उन्होंने कहा कि उपलब्ध डाटा के मुताबिक दूसरी लहर में 54.5 फीसद मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है, जबकि पहली लहर में ऐसे मरीजों की संख्या 41.5 फीसद थी। महामारी की दोनों लहरों में 70 फीसद से ज्यादा मरीज 40 साल से अधिक उम्र के हैं। पहली लहर की तुलना में इस बार युवा कुछ ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं, लेकिन इनकी संख्या भी बहुत ज्यादा नहीं है। दूसरी लहर में बिना लक्षण वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है। उन्होंने दूसरी पहल में 1,885 और पहली लहर में 7,600 मरीजों पर किए गए अध्ययन के आंकड़ों के आधार पर यह जानकारी दी। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा, 'पिछली बार 30 साल से कम उम्र के 31 फीसद लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे। जबकि दूसरी लहर में इतनी उम्र के 32 फीसद लोग संक्रमित हुए हैं।' उन्होंने ऑक्सीजन की बर्बादी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि रेमडेसिविर का इस्तेमाल अस्पताल में भर्ती ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों पर किया जाना चाहिए। 

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