Maharashtra: मुंबई में 21 करोड़ का यूरेनियम जब्त, दो गिरफ्तार

Maharashtra मुंबई एंटी टेररिस्ट स्क्वाड ने सात किलो यूरेनियम जब्त कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जब्त किए गए इस यूरेनियम की कीमत लगभग 21.30 करोड़ रुपये हैं। एटीएस ने परमाणु ऊर्जा अधिनियम 1962 और अन्य कानूनों के तहत आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 04:57 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 04:57 PM (IST)
Maharashtra: मुंबई में 21 करोड़ का यूरेनियम जब्त, दो गिरफ्तार
मुंबई में 21 करोड़ का यूरेनियम जब्त, दो गिरफ्तार। फाइल फोटो

मुंबई, आइएएनएस। Maharashtra: महाराष्ट्र में मुंबई एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (नागपाड़ा यूनिट) ने 7.10 किलो यूरेनियम जब्त कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। वीरवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जब्त सामग्री को भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र को भेजा गया, जिसने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह 'प्राकृतिक यूरेनियम' है, जो कि अत्यधिक रेडियोधर्मी है और मानव जीवन के लिए बहुत खतरनाक है। जब्त किए गए इस यूरेनियम की कीमत लगभग 21.30 करोड़ रुपये हैं। एटीएस ने परमाणु ऊर्जा अधिनियम, 1962 और अन्य कानूनों के तहत आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले की जांच चल रही है। एटीएस के अनुसार, 14 फरवरी को पुलिस निरीक्षक संतोष भाष्कर को जानकारी मिली कि ठाणे का 27 वर्षीय जिगर जयेश पंड्या कथित तौर पर यूरेनियम को बेचने की कोशिश कर रहा है।

इसके बाद भालेकर और अन्य एटीएस टीम पंड्या को पकड़ने में सफल रही। पांड्या ने खुलासा किया कि यह यूरेनियम उन्हें अबू ताहिर अफजल चौधरी ने दिया था। उत्तर-पूर्व मुंबई के मानखुर्द उपनगर से एपीआई प्रशांत सावंत और अन्य मानखुर्द पहुंचे, यहां से उन्होंने चौधरी को गिरफ्तार किया। यूरेनियम को भी जब्त कर लिया गया है। आरोपित पंड्या और चौधरी को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। यहां कोर्ट ने उन्हें 12 मई तक एटीएस की हिरासत में भेजा गया। एटीएस यह जानने की कोशिश कर रही है कि चौधरी ने यह यूरेनियम कहां से मंगाया। इतना अधिक यूरेनियम क्यों मंगाया गया। इस मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है। 

गौरतलब है कि इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदोर शहर में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी चार ठगों को गिरफ्तार किया था। आरोपित तीन करोड़ रुपये में दो ग्राम 'यूरेनियम' बेचने की फिराक में थे। आरोपितों ने खदान से निकले विशेष प्रकार के पत्थर को बारीक पीसकर चमकदार बना लिया था। इसे महंगी धातु 'यूरेनियम' बताकर रुपये ऐंठने का प्रयास कर रहे थे। यूरेनियम का उपयोग परमाणु संयंत्रों में होता है। एसपी (एसटीएफ) मनीष खत्री के मुताबिक गिरफ्तार आरोपितों के नाम शम्मी पुत्र चंद्रप्रकाश राजपूत निवासी सराय मसवानपुर कानपुर (उप्र), योगेशचंद्र पुत्र नरेंद्र कुमार शुक्ला, सीमू पुत्र नरेंद्र कुमार शुक्ला और कमल पुत्र हीरालाल वर्मा, तीनों निवासी आवास विकास नंबर-3 कल्याणपुर कानपुर (उप्र) हैं।

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