उमा भारती ने लिखा दिग्विजय सिंह को पत्र, ब्यूरोक्रेसी वाले बयान पर जताया खेद

ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) पर दिए गए अपने विवादित बयान (Controversial statement) पर खेद जताते हुए उमा भारती (Uma Bharti) ने दिग्विजय सिंह (Digvijay singh ) को एक पत्र लिखा है इस पत्र में उमा भारती ने लिखा है कि अपनी बोली हुई भाषा से मुझे वाकई गहरा आघात लगा है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 11:44 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 12:02 PM (IST)
उमा भारती ने लिखा दिग्विजय सिंह को पत्र, ब्यूरोक्रेसी वाले बयान पर जताया खेद
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने दिग्विजय सिंह को लिखा पत्र

भोपाल, पीटीआइ। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) पर अपने विवादित बयान (Controversial statement) के सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होने के पश्‍चात दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्‍होंने लिखा ब्यूरोक्रेसी पर आपने मेरे बयान पर उचित प्रतिक्रिया दी है। मैं आपको बताना चाहती हूं कि अपनी बोली हुई भाषा से मुझे वाकई गहरा आघात लगा है। बता दें कि इससे पहले उमा भारती ने दिग्विजय सिंह की आलोचना की थी।

 बता दें कि उमा भारती ने मंगलवार को दिग्विजय सिंह के नाम एक पत्र लिखा। इस पत्र में उन्‍होंने खुद को दिग्विजय सिंह की लाड़ली बहन बताते हुए लिखा कि ‘ब्यूरोक्रेसी पर आपने मेरे बयान पर उचित प्रतिक्रिया दी है। अपनी ही बोली भाषा पर मुझे गहरा आघात लगा है।

पत्र में आगे लिखा कि मैं अक्‍सर आपके पीछे पड़ जाती थी कि दादा संयत भाषा का प्रयोग नहीं करते, अब ये तो बिलकुल ऐसा ही हो गया, जैसे रामायण में लिखा गया है- पर उपदेश कुशल बहुतेरे, सो आचरही ते न नर न घनेरे। मैं आगे से अपनी भाषा में सुधार करने का पूरा प्रयत्‍न करूंगी, आप भी अगर ऐसा कर सकते हैं तो अवश्‍य करें।

दिग्विजय सिंह ने उमा भारती के इस विवादित बयान पर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘उमा मुझे मेरी छोटी बहन होने के नाते अक्‍सर कम बोलने के लिए चेताती रही हैं, पर नौकरशाहों को लेकर जो अपशब्‍द उन्‍होंने कहें हैं, वो घोर आपत्तिजनक हैं। दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि भारतीय संविधान में ब्यूरोक्रेसी नियम व कानून के तहत निष्पक्षता से कार्य करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। वे आपके नौकर या चप्पल उठाने वाले नहीं हैं। उमा जी आप केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं। मुख्यमंत्री भी रही हैं। इस तरह की टिप्पणी आपको नहीं करनी चाहिए थी आपको इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

 क्‍या था मामला

भाजपा नेत्री और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने दो दिन पहले एक विवादिन बयान दिया था। अपने बयान में उमा भारती ने ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) यानी नौकरशाही को चप्‍पल उठाने वाला बताया था। उमा ने कहा ब्यूरोक्रेसी हमारी चप्‍पल उठाती है। पहले हमसे बात की जाती है, डिस्कशन होता है, इसके बाद फाइल प्रोसेस की जाती है। उमा भारती ने कहा - ब्यूरोक्रेसी की औकात ही क्या, वह हमारी चप्पल उठाती है।

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