Coronavirus: भोपाल में रेडियोलाजिस्ट की पत्नी का कोरोना से निधन

Coronavirus मध्य प्रदेश के भोपाल में जेपी अस्पताल के रेडियोलाजिस्ट डा. राजेंद्र गुप्ता की पत्नी रश्मि गुप्ता का गुरुवार की रात कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया। वह 60 साल की थीं। डा. गुप्ता और उनकी पत्नी दोनों 15 नवंबर को कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 19 Nov 2021 08:06 PM (IST) Updated:Fri, 19 Nov 2021 08:06 PM (IST)
Coronavirus: भोपाल में रेडियोलाजिस्ट की पत्नी का कोरोना से निधन
भोपाल में रेडियोलाजिस्ट की पत्नी का कोरोना से निधन। फाइल फोटो

भोपाल, जेएनएन। कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। संक्रमण के साथ इससे होने वाली मौत का सिलसिला जारी है। मध्य प्रदेश के भोपाल में जेपी अस्पताल के रेडियोलाजिस्ट डा. राजेंद्र गुप्ता की पत्नी रश्मि गुप्ता का गुरुवार की रात कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया। वह 60 साल की थीं। डा. गुप्ता और उनकी पत्नी दोनों 15 नवंबर को कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। डा. गुप्ता की हालत तो शुरू से ठीक थी, लेकिन पत्नी की हालत लगातार बिगड़ रही थी। बुधवार को उन्हें सांस में तकलीफ बढ़ी तो वेंटिलेटर पर रखा गया था। डाक्टरों ने बताया कि पति-पत्नी दोनों को कोरोना से सुरक्षा देने वाले टीके की दोनों डोज लगी थीं। रश्मि गुप्ता को पहले से दूसरी बीमारियां भी थीं। उनके यहां तीन अन्य लोगों के भी संक्रमित होने की जानकारी आई है, पर स्वास्थ्य विभाग के अफसर पुष्टि नहीं कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि भोपाल में चार महीने के भीतर कोरोना से यह तीसरी मौत है। इसके पहले 15 जुलाई और 26 अक्टूबर को भी कोरोना से एक एक मरीज की मौत हो गई थी। 

गौरतलब है कि खंडवा जिले में कोरोनारोधी टीके की दोनों डोज लगवाने वालों को ही शराब मिलेगी। जिला आबकारी विभाग ने आदेश जारी कर शराब दुकान संचालकों से कहा है कि टीका लगवाने का प्रमाण पत्र दिखाने वालों को ही शराब बेची जाए। मध्य प्रदेश में टीकाकरण की गति बढ़ाने का प्रयास विभिन्न विभाग अपने स्तर पर कर रहे हैं। कई जिलों में खाद्य विभाग ने टीका नहीं तो राशन नहीं का आदेश दिया है। खंडवा जिले में नगरीय क्षेत्र में टीका न लगवाने वालों को शासकीय योजनाओं से वंचित करने की मुनादी भी कराई जा चुकी है। जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान को दस माह हो चुके हैं। इसके बाद भी अब तक पहली डोज शत-प्रतिशत लोगों को नहीं लग सकी है। जिले के 9,56,121 वयस्कों में से 85,064 लोग अभी तक पहली डोज से वंचित हैं। 17 नवंबर तक जिले में 13,09,863 लोगों को टीका लग चुका है। इनमें से 8,71,057 को पहली व 4,38,806 लोगों को दूसरी डोज लगाई गई है।

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