मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं की त्रैमासिक परीक्षाएं शुरू, पहले दिन ही कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन
मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा की त्रैमासिक परीक्षाएं आज से शुरू हो गईं। पहले दिन ही राजधानी के कुछ स्कूलों में कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन होता भी नजर आया। सरोजिनी नायडू कन्या विद्यालय में तो एक बेंच पर दो-दो छात्राओं को बिठाया गया था।
भोपाल, जेएनएन। मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा की त्रैमासिक परीक्षाएं आज से शुरू हो गईं। पहले दिन ही राजधानी के कुछ स्कूलों में कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन होता भी नजर आया। सरोजिनी नायडू कन्या विद्यालय में तो एक बेंच पर दो-दो छात्राओं को बिठाया गया था।
पहली शिफ्ट में 9वीं व 11वीं के बच्चों का पेपर सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ। 11वीं में आज भौतिकी विषय की परीक्षा ली गई, वहीं 9वीं कक्षा में अंग्रेजी का पेपर था। लगभग डेढ़ साल बाद स्कूलों में ऑफलाइन परीक्षा देने पहुंचे बच्चे उत्साहित नजर आए।
दूसरी शिफ्ट में दसवीं कक्षा में अंग्रजी का और बारहवीं का भौतिकी और व्यावसायिक अध्ययन का पेपर हुआ। 9वीं से 12वीं की परीक्षाएं माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बदले गए नए पैटर्न पर ली जा रही हैं। इसमें सभी विषयों में 40 फीसद वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गए हैं। वहीं दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों की संख्या कम की गई है। हालांकि प्राचार्यों का कहना है कि पांच अगस्त से 9वीं से 12वीं की कक्षाएं अल्टरनेट डे पर शुरू की गईं। इस कारण प्रत्येक कक्षा सप्ताह में एक या दो दिन ही लगाई गई।
अब एक सितंबर से नियमित कक्षाएं शुरू की गई हैं। ऐसे में तिमाही परीक्षा के लिए करीब 40 फीसद कोर्स पूरा होना चाहिए था, लेकिन इसमें अभी तक 5 से 10 फीसद कोर्स ही पूरा हो पाया है। साथ ही विद्यार्थियों को माशिमं की ओर से जारी ब्लू प्रिंट को समझने के लिए एक-दो दिन का समय होना चाहिए था, जो नहीं मिल पाया।
ढाई घंटे की परीक्षा
इस बार नए पैटर्न पर तिमाही परीक्षा ली जा रही है। इस कारण नौवीं से बारहवीं की परीक्षाएं ढाई घंटे की ली जा रही है, क्योंकि 40 फीसद वस्तुनिष्ठ प्रश्न, 40 फीसद लघुउत्तरीय व 20 फीसद दीर्घउत्तरीय प्रश्न पूछे गए हैं।