भोपाल के इकोलाजिकल पार्क में हास्‍य क्रिया पर लगी रोक, अब ठहाके लगाकर नहीं हंस सकेंगे लोग

laughing exercise banned in Bhopal कोरोना संक्रमण को ध्‍यान में रखते हुए वन विभाग ने भोपाल के ईकोलाजिकल पार्क में ठहाके लगाकर हंसने पर रोक लगा दी है। ये तनावमुक्‍त रहने की एक क्रिया होती है जिसमें समूह में एकत्रित होकर लोग जोर-जोर से ठहाके लगाकर हंसते हैं।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 01:13 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 01:24 PM (IST)
भोपाल के इकोलाजिकल पार्क में हास्‍य क्रिया पर लगी रोक, अब ठहाके लगाकर नहीं हंस सकेंगे लोग
ईकोलाजिकल पार्क में ठहाके लगाकर हंसने वालों पर अब रोक लगा दी है

भोपाल, जेएनएन। वन विभाग ने भोपाल के ईकोलाजिकल पार्क में ठहाके लगाकर हंसने वालों पर अब रोक लगा दी है। कोरोना संक्रमण को ध्‍यान में रखते हुए ये जरूरी कदम उठाया गया है। ये रोक सामान्‍य हंसी पर ही लगाने की नहीं है बल्कि समूह में हंसने पर लगाई गई है। ये तनावमुक्‍त रहने की एक क्रिया होती है जिसमें समूह में एकत्रित होकर लोग जोर-जोर से ठहाके लगाकर हंसते हैं। प्रतिदिन पार्क में आने वाले लोग एक समूह गोल घेरे में खड़ा हो जाता है और सभी लोग जोर-जोर से हंसना शुरू कर देते हैं। इस तरह से सामूहिक रूप से हंसने की वजह से पार्क में घूम रहे अन्‍य लोगों को कोरोना फैलने का खतरा हो सकता है। इसे देखते हुए वन विभाग ने ये आदेश जारी किया है कि पार्क में कोई भी व्‍यक्ति हास्‍य क्रिया नहीं करेगा। इस आदेश के बाद पार्क के सभी नागरिक समूह इसका पालन कर रहे हैं।

भोपाल के कटारा हिल्स क्षेत्र के लहारपुर में बना ये पार्क लगभग 1700 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें 100 एकड़ इलाके में वन बनाया गया है। कटारा हिल्‍स क्षेत्र के अलतास चौराहे से हिस्‍सा सटा हुआ है। यहां सुबह 4 बजे से ही आम लोगों का आना शुरू हो जाता है। इस पार्क के अंदर वाकिंग वे, एक्‍यप्रेशर पाथ वे बना हुआ है। इसके अलावा नीम, बेहड़ा, हर्रा, शीशम, तेंदू, आम, जामुन, बरगद, आंवला, बांस, पलास, लेंडिया समेत कई तरह के पेड़ भी लगे हुए हैं। यहां पूरी तरह से प्राकृतिक माहौल है। प्रतिदिन यहां करीब 1000 से 1500 लोग टहलने के लिए आते हैं।

यह पूरी तरह से फ्री है। यहां काफी सारे लोग समूह में योग करते हुए भी नजर आएंगे। शहर के बुजुर्ग लोग भी यहां आकर योगा करना पसंद करते हैं। ऐसे में हास्‍य क्रिया एक सामूहिक क्रिया है जिस पर वन विभाग की ओर से रोक लगा दी गई है। यहां बिना मास्‍क के प्रवेश करना वर्जित है।

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