वेतन से 35 लाख की बचत करने वाला समन्वय अधिकारी निकला करोड़पति, EOW ने की कार्रवाई
ईओडब्ल्यू की टीम ने बालाघाट के जनपद पंचायत खैरलांजी में पदस्थ समन्वयक अधिकारी रमेश कुमार पटले के ठिकानों पर सर्च कार्रवाई की। रमेश की पत्नी लक्ष्मी पटले पर भी ईओडब्ल्यू ने शिकंजा कसा है। रमेश ने सारी संपत्ति की खरीदारी अपनी पत्नी के नाम से की थी।
जबलपुर, जेएनएन। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ईओडब्ल्यू की टीम ने गुरुवार को बालाघाट के जनपद पंचायत खैरलांजी में पदस्थ समन्वयक अधिकारी रमेश कुमार पटले के ठिकानों पर सर्च कार्रवाई की। डीएसपी मंजीत सिंह के नेतृत्व में बालाघाट पहुंची टीम ने वारासिवनी स्थित आवास पर ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत के निर्देश पर दबिश दे ये कार्रवाई की। 32-33 वर्ष की शासकीय सेवा में वेतन से 35 लाख रुपये जोड़ने वाला रमेश करोड़पति निकला। इस मामले में रमेश की पत्नी लक्ष्मी पटले पर भी ईओडब्ल्यू ने शिकंजा कसा है। रमेश पटले ने भ्रष्टाचार से एकत्रित किए धन से खरीदी गई सारी संपत्ति की खरीदारी अपनी पत्नी के नाम से की थी। विवेचना निरीक्षक प्रेरणा पांडेय ने इस प्रकरण की विवेचना की थी।
जाने क्या है मामला
ईओडब्ल्यू एसपी राजपूत से मिली जानकारी के अनुसार रमेश कुमार पलटे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत थी। जांच में सामने आया कि रमेश कुमार पटले को 12 अप्रैल 1988 को ग्राम सहायक के पद पर नियुक्त किया गया था। रमेश बालाघाट के अंतर्गत तहसील वारासिवनी में कार्यरत रहा। वर्तमान में रमेश कुमार पटले को पदोन्नत कर समन्वय अधिकारी जनपद पंचायत खैरलांजी बालाघाट में पदस्थ है। रमेश कुमार पटले को शिकायत अवधि के दौरान संपूर्ण सेवाकाल में वेतन की आय से करीब 35 लाख रुपये की बचत हुई है। रमेश के खिलाफ लगभग एक करोड़ 23 लाख रुपये की संपत्ति धारित करना एवं व्यय करना पाया गया है।