MP Weather: मध्य प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश की संभावना

MP Weather मौसम विज्ञानी के अनुसार बंगाल की खाड़ी व अरब सागर में बन रहे सिस्टम के अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने के कारण मौसम बिगड़ रहा है। वेदर सिस्टम के सक्रिय होने से हवाओं के साथ नमी आने लगी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 09:07 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 09:07 PM (IST)
MP Weather: मध्य प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश की संभावना
मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना। फाइल फोटो

भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। कई शहरों में बुधवार सुबह से हल्के बादल छाए हुए हैं। कुछ जगह बारिश भी हुई। बड़वानी, आलीराजपुर, झाबुआ, धार, ग्वालियर, मुरैना और श्योपुर में गुरुवार को गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है। इसके लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर दिया है। ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभाग के जिलों में व इंदौर, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, राजगढ़, भोपाल व सीहोर जिले में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी। आगामी 48 घंटे तक मौसम के इसी तरह बने रहने की उम्मीद है। मौसम विज्ञानी एके शुक्ला के अनुसार बंगाल की खाड़ी व अरब सागर में बन रहे सिस्टम के अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने के कारण मौसम बिगड़ रहा है। वेदर सिस्टम के सक्रिय होने से हवाओं के साथ नमी आने लगी है। इसके चलते बादल छाने लगेंगे। साथ ही, मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों पर बुधवार को बारिश भी हुई। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं।

उमरिया प्रदेश का सबसे ठंडा शहर

मध्य प्रजेश में पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई, शेष संभागों में मौसम शुष्क रहा। न्यूनतम तापमान नर्मदापुरम (होशंगाबाद), भोपाल, ग्वालियर व उज्जैन संभागों के जिलों में बढ़ा है। वहीं, रीवा और ग्वालियर संभाग के जिलों में सामान्य रहा। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस उमरिया में दर्ज किया गया। आलीराजपुर में एक सेमी बारिश भी दर्ज की गई है।

ये सिस्टम है सक्रिय

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बना पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार को उत्तर भारत में पहुंच गया है। श्रीलंका पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम से पूर्व-मध्य अरब सागर तक एक ट्रफ बना हुआ है। पूर्व-मध्य अरब सागर में बुधवार को एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है। उधर, बंगाल की खाड़ी में भी कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इन वेदर सिस्टम के सक्रिय होने से बुधवार को मध्य प्रदेश में मौसम के मिजाज में बदलाव आया है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वातावरण में हवाओं के साथ नमी आने से गुरवार तक इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। राजधानी में भी गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने के आसार हैं।

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