विज्ञानियों ने खोजा स्तन कैंसर की वृद्धि रोकने का तरीका, आइसर, भोपाल के विज्ञानियों को मिली बड़ी सफलता

देश में स्तन कैंसर से होने वाली मौतों को नियंत्रित किया जा सकता है। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (आइसर) के विज्ञानियों को बड़ी सफलता मिली है। अभी तक यह तो मालूम था कि शरीर में स्तन कैंसर का फैलाव ईएसआरपी-1 प्रोटीन के घटने-बढऩे से होता है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 05:19 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 05:19 PM (IST)
विज्ञानियों ने खोजा स्तन कैंसर की वृद्धि रोकने का तरीका, आइसर, भोपाल के विज्ञानियों को मिली बड़ी सफलता
आइसर की लैब में शोध करते हुए डा. संजीव शुक्ला व डा. नेहा आहूजा।

अंजलि राय, भोपाल: देश में स्तन कैंसर से होने वाली मौतों को नियंत्रित किया जा सकता है। इस संबंध में इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (आइसर) के विज्ञानियों को बड़ी सफलता मिली है। अभी तक यह तो मालूम था कि शरीर में स्तन कैंसर का फैलाव ईएसआरपी-1 प्रोटीन के घटने-बढऩे से होता है। अब आइसर के विज्ञानियों ने दो वर्ष के शोध से ई-2एफ-1 नामक प्रोटीन खोज निकाला है जो ईएसआरपी-1 को नियंत्रित कर सकता है। यानी दवाओं में उक्त प्रोटीन के जरिए ईएसआरपी-1 प्रोटीन को घटने-बढऩे से रोका जा सकता है। इस स्थिति में शरीर में स्तन कैंसर का फैलाव भी रोका जा सकेगा।

शोधार्थी दल के प्रमुख विज्ञानी डा. संजीव शुक्ला के मुताबिक शरीर में कुछ प्रोटीन के कारण ही कैंसर कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि और रोगग्रस्त कोशिकाओं का प्रसार होता है। ई-1एफ-1 प्रोटीन से कैंसर की अवस्था का पता कर फैलने से रोका जा सकता है। यह शोध नेचर ग्रुप की पत्रिका 'आन्कोजिनेसिस में प्रकाशित हो चुका है।

ऐसे स्तन कैंसर को नियंत्रित किया जा सकता हैः

शरीर में स्तन कैंसर फैलने के कारकों व उन्हें नियंत्रित करने के उपायों पर शोध करने वाली टीम की विज्ञानी डा. नेहा आहूजा ने बताया कि स्तन कैंसर होने पर शरीर में ईएसआरपी-1 नामक प्रोटीन प्रभावित होता है। इस प्रोटीन के बढऩे पर शरीर में कैंसर कोशिकाएं बढऩे लगती हैं और कम होने पर कैंसर रक्त वाहिकाओं में पहुंचकर शरीर में फैलने लगता है। शोध में सामने आया कि ईएसआरपी-1 प्रोटीन को ई-2एफ-1 प्रोटीन नियंत्रित करता है। शोध में इसी प्रोटीन की खोज की गई है। दवाओं के साथ ई-2एफ-1 प्रोटीन के माध्यम से स्तन कैंसर के वाहक प्रोटीन ईएसआरपी-1 को नियंत्रित किया जाएगा और इस तरह स्तन कैंसर को शरीर में फैलने से रोका जा सकेगा।

11 प्रतिशत मौत स्तन कैंसर से:

विज्ञानियों के अनुसार भारत में कैंसर से होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत स्तन कैंसर से होती हैं। ऐसे में इसके प्रसार को समझने के लिए यह शोध अहम है। इसकी मदद से रोगग्रस्त कोशिकाओं और उनकी असामान्य वृद्धि और प्रसार को रोका जा सकता है। कैंसर की अलग-अलग अवस्था की पहचान कर उसके अनुसार मालीक्यूल (दवा) की खोज या उपलब्ध दवा का उपयोग कर ई-2एफ-1को नियंत्रित किया जा सकता है।

ट्यूमर और कैंसर में अंतर:

ट्यूमर किसी खास जगह तक सीमित रहता है, लेकिन जब कैंसर कोशिकाएं शरीर के दूसरे भाग में पहुंचने लगती हैं तो इसे कैंसर कहा जाता है।

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