कोरोना काल में ट्रैकिंग के लिए सबसे सुरक्षित हैं भारत की ये जगह
जानकारों की मानें तो पिन पार्वती ट्रैकिंग को पूरा करने में 11 दिन लग जाते हैं। अनुभवी ट्रेकर को पिन पार्वती ट्रैक पर जाने की सलाह दी जाती है। ट्रैकिंग के दौरान खतरनाक नदी पार करने वाला रास्ता बोल्डर पूल और खतरनाक रास्ते को रोमांचकारी बनाता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आजकल ट्रैकिंग टूर प्रचलन में है। लोग ट्रैकिंग के लिए देश-दुनिया की भ्रमण करने से गुरेज नहीं करते हैं। हालांकि, कोरोना वायरस के डेल्टा स्ट्रेन के चलते पर्यटन क्षेत्र पर व्यापक असर पड़ा है। कोरोना वायरस के डेल्टा स्ट्रेन के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए देश के कई राज्यों में कई महीनों तक लॉकडाउन लगाया गया था। अब संक्रमितों की संख्या में कमी के बाद लॉकडाउन हटा दिया गया है। साथ ही पर्यटन स्थलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है। इससे पर्यटकों में ख़ुशी की लहर है। पर्यटक घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं। अगर आप भी एडवेंचर ट्रैकिंग के शौक़ीन हैं और ट्रिप पर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इन जगहों पर जरूर जाएं। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
पिन पार्वती ट्रैक
जानकारों की मानें तो पिन पार्वती ट्रैकिंग को पूरा करने में 11 दिन लग जाते हैं। अनुभवी ट्रेकर को पिन पार्वती ट्रैक पर जाने की सलाह दी जाती है। ट्रैकिंग के दौरान खतरनाक नदी पार करने वाला रास्ता, बोल्डर पूल और खतरनाक रास्ते को रोमांचकारी बनाता है।
चादर ट्रेक
हर साल जनवरी मध्य से फरवरी मध्य तक चादर ट्रेक खुला रहता है। इस दौरान काफी संख्या में पर्यटक ट्रैकिंग के लिए आते हैं। मौसम विभाग की मानें तो चादर ट्रेक पर तापमान शून्य से 30 डिग्री सेल्सियस नीचे तक चला जाता है। चादर ट्रैकिंग को पूरा करने में 9 दिन लगते हैं।
गोएचाला ट्रेक
सिक्किम में गोएचाला ट्रैकिंग है। यह जगह अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। आप गोएचाला से कंचनजंघा का दीदार कर सकते हैं। अगर आप एडवेंचर ट्रैकिंग के शौक़ीन हैं, तो गोएचाला जरूर जाएं।
स्टोक कांगड़ी ट्रेक
स्टोक कांगड़ी ट्रैकिंग करने में आठ दिन लग जाते हैं। अनुभवी ट्रैकर को ही स्टोक कांगड़ी ट्रेक पर जाना चाहिए। स्टोक कांगड़ी ट्रेक की गिनती सबसे मुश्किल ट्रैकिंग में होती है। समुद्रतल से इसकी ऊंचाई 20 हजार फ़ीट है।