दिवाली में इन जगहों पर जाकर देख सकते हैं फेस्टिवल का अद्भुत नजारा
दिवाली की छुट्टी को एन्जॉय करने के साथ देखना चाहते हैं ऐसा नजारा जो बना दें आपके इस फेस्टिवल को हमेशा के लिए यादगार तो इन जगहों की सैर का बनाएं प्लान।
दिवाली, भारत के बहुत ही खास फेस्टिवल्स में से एक है। जिसकी तैयारियां हफ्तों पहले से शुरू हो जाती है। धनतेरस के बाद छोटी फिर बड़ी दिवाली, उसके बाद गोवर्धन पूजा और फिर भाई दूज, पांच दिनों तक इस त्योहार की रौनक रहती है। ज्यादातर जगहों पर दिवाली की छुट्टी होती है। ऐसे में अगर आप किसी ऐसी जगह जाकर इस फेस्टिवल को एन्जॉय करना चाह रहे हैं जो इसे बना दें हमेशा के लिए यादगार, तो इन जगहों की करें प्लानिंग। जानेंगे इनके बारे में...
जयपुर / उदयपुर
ज्यादातर जगहों पर दिवाली की धूम धनतेरस के दिन से ही शुरू हो जाती है। एक से दो दिन की छुट्टी में बहुत दूर जाने का दिल नहीं, तो उदयपुर या जयपुर आने की प्लानिंग भी कर सकते हैं जहां आप भरपूर एन्जॉय कर पाएंगे। बाजार तरह-तरह की खूबसूरत लाइट्स, हैंडीक्राफ्ट आइटम्स और अन्य सजावट के सामान से सज जाते हैं। राजस्थान में ऐतिहासिक जगहों की कमी नहीं और दिवाली के दौरान इन सभी जगहों पर की जाने वाली लाइटिंग सबसे अनोखी होती है। जयपुर का नाहरगढ़ फोर्ट हो या उदयपुर का सिटी पैलेस, हर एक जगह देखने को मिलती है दिवाली की रौनक।
गोवा
गोवा भी बहुत ही खूबसूरत जगह है जहां आकर आप दिवाली फेस्टिवल को कर सकते हैं भरपूर एन्जॉय। यहां इसकी धूम नरक चर्तुदशी से ही नजर आने लगती है जब लोग अपने घरों की सजावट कंदील और तरह-तरह की खूबसूरत लाइट्स से करने लगते हैं। स्थानीय लोग इस दिन नरकासुर का पुतला बनाते हैं हैं। पटाखों और गास से बने इस पुतले को सुबह 1 से 4 बजे के बीच जलाया जाता है। जिसे देखना अलग ही एक्सपीरियंस होता है। रात में यहां के बीच पर बैठकर आप जगमग आसमान का खूबसूरत नजारा भी देख सकते हैं।
कोलकाता
दुर्गापूजा में अगर आप कोलकाता की रौनक देखने आएं हैं तो दिवाली का सेलिब्रेशन भी देखकर ही जाएं, जो बहुत ही खास होती है। विशेष प्रकार की पूजा होती है जिसमें मां फूल, मिठाइयों के साथ मछली का भी भोग लगाया जाता है। दीए, मोमबत्तियों, लैंप और लाइट्स से पूरा शहर जगमगा उठता है। दक्षिणेश्वर मंदिर में हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ काली मां पूजन के खास नजारे को देखने के लिए उमड़ती है।
अमृतसर
दिल्ली की आसपास जगहों पर जाकर दिवाली सेलिब्रेशन के लिए अमृतसर भी है परफेक्ट। दिवाली के दिन यहां एक खास सिख उत्सव मनाया जाता है बंदी छोड़ दिवस, इस दिन सिख धर्म के 6वें गुरू हरगोविंद जी, जहांगीर की कैद से रिहा हुए थे। उसके बाद जब वो अमृतसर पहुंचे तो उनका स्वागत गुरुद्वारे में दीप जलाकर किया गया। इस दिन यहां कीर्तन, भजन होता है। तरह-तरह के स्वादिष्ट जायकों को भी आप यहां आकर चख सकते हैं।
वाराणसी
उत्तर प्रदेश में अयोध्या से लेकर वाराणसी हर एक जगह दिवाली का सेलिब्रेशन इतना खास होता है कि इसे देखने विदेशों से सैलानी आते हैं। देव दिवाली में हजारों की संख्या में घाट को सजाया जाता है। बाजारों से लेकर गंगा आरती तक हर एक नजारा इतना खास होता है कि ऐसा नजारा शायद ही कहीं और देखने को मिले।