Air Travel Precautions: फ्लाइट लेते वक्त इस तरह बच सकते हैं कोरोना वायरस संक्रमण से

Air Travel Precautions 25 मई से देशभर में उड़ानों को दोबारा शुरू किया गया। अपने घर लौटना सभी के लिए ज़रूरी है लेकिन साथ ही सफर करते वक्त कुछ सावधानियां बरतनी भी ज़रूरी हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 11:47 AM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 11:47 AM (IST)
Air Travel Precautions: फ्लाइट लेते वक्त इस तरह बच सकते हैं कोरोना वायरस संक्रमण से
Air Travel Precautions: फ्लाइट लेते वक्त इस तरह बच सकते हैं कोरोना वायरस संक्रमण से

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Air Travel Precautions: कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद लॉकडाउन नें ढील दी गई है और ट्रेन के साथ उड़ानें भी शुरू की गई हैं। 25 मई से देशभर में उड़ानों को दोबारा शुरू किया गया, ताकि दूसरे शहरों में फंसे लोग अपने-अपने घर लौट सकें। अपने घर लौटना सभी के लिए ज़रूरी है, लेकिन साथ ही सफर करते वक्त कुछ सावधानियां बरतनी भी ज़रूरी हैं।

शारीरिक दूरी बनाना बेहद ज़रूरी

इसमें कोई शक़ नहीं कि कोरोना वायरस ने हम सबकी ज़िंदगी बदल दी है। इसके साथ हमारा जीने का ढंग और सफर में भी कई बदलाव आएंगे। फ्लाइट लेते वक्त भी आपको शारीरिक दूरी बनाए रखनी है ताकि आप कोविड-19 संक्रमण से बचे रहें। फ्लाइट के अंदर भी सभी को एक सीट छोड़कर बैठने की इजाज़त है, वहीं एयर होस्टेस और अटेंडेंट्स को भी PPE मास्क और सूट पहनना ज़रूरी है। फ्लाइट में खाना नहीं मिलेगा और सैनिटाइज़र साथ में रखना अनिवार्य है।

इस वक्त सफर करना कितना सुरक्षित है? 

कोरोना वायरस महामारी का ख़तरा पूरी दुनिया पर मंडरा रहा है। जिसकी वजह से सभी के ट्रेवल प्लान रद्द हो गए हैं। छुट्टियां मनाने से लेकर बिज़नेस ट्रिप्स तक, सभी का इस वक्त सफर करना एक बड़ा ख़तरा साबित हो सकता है। इस वक्त सिर्फ उन्ही लोगों को सफर करने की इजाज़त है, जो अचानक लॉकडाउन की वजह से दूसरे शहरों में फंसे हुए थे। क्योंकि एक प्लेन हर जगह से बंद होता है, इसलिए उसमें सफर करना ज़्यादा ख़तरनाक है। 

क्या कोरोना वायरस फ्लाइट में भी फैल सकता है?

कोरोना वायरस के दौरान उड़ान भरना सही मायनों में बेहद ख़तरनाक हो सकता है। हम जानते हैं कि कोविड-19 सांस से जुड़ा संक्रमण है, जो किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैल सकता है। साथ ही ये कोरोना वायरस कठोर सतह पर कई दिन तक ज़िंदा रहता है, जो इसे और भी ख़तरनाक बनाता है।

फ्लाइट कीटाणुओं का प्रजनन घर हो सकती हैं

फ्लाइट खासकर एक ऐसी जगह होती है जहां किसी भी सतह पर संक्रमित व्यक्ति की बूंदे जमा हो सकती हैं। खाने से लेकर लेवेट्री, हेडरेस्ट और टेबल तक, इन सभी सतहों पर कोरोना का संक्रमण रह सकता है। हाल ही के एक शोध में सबसे डराने वाली बात सामने आई थी, जिसमें पाया गया था कि सीट के पीछे की पॉकेट कीटाणुओं से भरी होती है। 

क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

इस वक्त सफर करना बेहद ख़तरनाक साबित हो सकता है लेकिन अगर आपकी मजबूरी है तो कुछ सावधानियां आपको बरतनी ज़रूरी है। 

- अपने सामान को सैनिटाइज़ कर साफ करें, ये एक ऐसी चीज़ है जिसपर वायरस आराम से रह सकता है।

- सैनिटाइज़र का इस्तेमाल बेहद ज़रूरी है। सभी एयरलाइन प्लेन को अच्छी तरह साफ करती हैं, लेकिन इसके बावजूद अपने साथ सैनिटाइज़र रखें। अपनी सीट पर बैठने से पहले उसे खुद भी अच्छी तरह सैनिटाइज़ करें। 

- दरवाज़ों, नोब्स, ट्रे और टेबल को छूने से बचें।

- प्लाइट में सफर कर रहे लोगों को बाथरूम और वॉशरूम न इस्तेमाल करने की सलह दी गई है। 

- अपने चेहरे और हाथों को न छुएं। जो लोग खांस रहे हैं, उन्हें खुद से दूर रखें।

- अपना मास्क किसी भी हालत में न हटाएं।

- अगर आपके पास विकल्प है तो खिड़की वाली सीट ही चुनें। शोध में पाया गया है कि जो यात्री खिड़की के पास बैठते हैं, उनके वायरस से संक्रमित होने के आसार काफी कम होते हैं।

- शारीरिक दूरी बनाए रखना बेहद ज़रूरी है। 

- फ्लाइट से उतरने के बाद अच्छे से हाथों को धोएं। 

किसे सफर नहीं करना चाहिए? 

-गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों, बुज़ुर्गों और ऐसे लोग जो पहले से बीमारी हैं उन्हें सफर से बचना चाहिए।  

- अगर आप बीमार हैं और कोरोना वायरस के लक्षण भी हैं या आप कंटेंमेंट ज़ोन में रहते हैं तो ऐसे में सफर करना ख़तरनाक साबित हो सकता है।

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