World Environment Day 2021: क्या है विश्व पर्यावरण दिवस की थीम और क्यों मनाया जाता है इसे हर साल?

World Environment Day 2021 अगर आप भारत के किसी बड़े शहर में रहते हैं तो आप जानते होंगे कि यहां रह रहे लोग हर साल बढ़ते तापमान और प्रदूषण के बीच किस तरह जी रहे हैं। ये हाल सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का है।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 01:10 PM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 01:10 PM (IST)
World Environment Day 2021: क्या है विश्व पर्यावरण दिवस की थीम और क्यों मनाया जाता है इसे हर साल?
क्या है विश्व पर्यावरण दिवस की थीम और क्यों मनाया जाता है इसे हर साल?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Environment Day 2021: पूरी दुनिया में 5 जून को हर साल विश्व पर्यावरण दिवस यानी वर्ल्ड एन्वायरमेंट डे मनाया जाता है। ये दिन लोगों में पर्यावरण को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन सोशल मीडिया पर पर्यावरण से जुड़े फैक्ट्स शेयर किए जाते हैं ताकि लोग इसके बारे में सजग रहें। आज हम भी पर्यावरण दिवस के बारे में बात करेंगे, इस दिन को पांच जून को ही क्यों मनाया जाता है या इससे फायदा क्या होता है?

क्यों मनाया जाता है ये दिन

अगर आप भारत के किसी बड़े शहर में रहते हैं, तो आप जानते होंगे कि यहां रह रहे लोग हर साल बढ़ते तापमान और प्रदूषण के बीच किस तरह जी रहे हैं। ये हाल सिर्फ दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों का नहीं है बल्कि पूरी दुनिया का है। आज तेज़ी से बढ़ता तापमान और प्रदूषण इंसानों के साथ-साथ पृथ्वी पर रह रहे सभी जीवों के लिए बड़ा ख़तरा बन गया है। यही वजह है कि कई जीव-जन्तू विलुप्त हो रहे हैं। साथ ही लोग भी सांस से जुड़े कई तरह के रोगों से लेकर कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।

यह सब सिर्फ पर्यावरण में बदलाव और उसको पहुंचते नुकसान की वजह से है। हम ख़ुद अपने पर्यावरण का ख़्याल नहीं रख रहे हैं, यही वजह है कि धीरे-धीरे हमारी ज़िंदगी मुश्किल होती जा रही है। और इसीलिए पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करना ज़रूरी है।

कब हुई विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत

सन 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से वैश्विक स्तरपर पर्यावरण प्रदूषण की समस्या और चिंता की वजह से विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की नींव रखी गई। इसकी शुरुआत स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई। यहां दुनिया का पहला पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें 119 देश शामिल हुए थे। पहले पर्यावरण दिवस पर भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत की प्रकृति और पर्यावरण के प्रति चिंताओं को जाहिर किया था।

इसी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की नींव रखी गई थी और हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने का संकल्प लिया गया। विश्व पर्यावरण दिवस का उद्देश्य दुनियाभर के नागरिकों को पर्यावरण प्रदूषण की चिंताओं से अवगत कराना और प्रकृति और पर्यावरण को लेकर जागरूक करना रखा गया।

ये है इस साल की थीम

हर साल विश्व पर्यावरण दिवस के लिए एक थीम रखी जाती है और इस साल की थीम है 'पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली' (Ecosystem Restoration है। पारिस्थितिक तंत्र की बहाली कई तरह से की जा सकती है, जैसे- शहर-गांव को हरा-भरा करना, पेड़ लगाना, जगह-जगह बगीचों को बनाना, नदियों और समुद्र की सफाई करना आदि।पर्यावरण से ही हम हैं, हर किसी को पर्यावरण के लिए काम करना चाहिए।

आखिर मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर ही निर्भर करता है। प्रकृति को बचाने के लिए सिर्फ एक अकेला व्यक्ति काफी नहीं है, इसलिए हम सभी को साथ आना चाहिए और समय रहते एक स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण के लिए काम करना चाहिए।

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