घर शिफ्टिंग के मुश्किल काम को इन स्मार्ट तरीकों से बना सकते हैं एकदम आसान

अभी की सिचुएशन में शिफ्टिंग करने का सबसे स्मार्ट तरीका है कांटेक्ट-लेस शिफ्टिंग जो आधुनिकता के इस दौर में उतना मुश्किल भी नहीं जितना प्रतीत होता है। तो आइए जानें कैसे यह है सुरक्षित शिफ्टिंग का आसान तरीका।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:15 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:15 PM (IST)
घर शिफ्टिंग के मुश्किल काम को इन स्मार्ट तरीकों से बना सकते हैं एकदम आसान
डिब्बे में सामान पैक करता हुआ पुरुष

जब तक कोविड-19 महामारी ने हमारे जीवन में प्रवेश नहीं किया था, तब तक जब भी हम घर शिफ्ट करते थे तो हमारा ध्यान इस बात पर होता था कि सारा सामान सुरक्षित ढंग से एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंच जाए। कम से कम सेहत के प्रति हमें ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती थी, जबकि वर्तमान परिवेश में ये सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है। इस महामारी के आने के बाद हज़ारों लोगों को शिफ्ट होना पड़ा। साज़ो सामान के साथ महामारी के बीच शिफ्टिंग करना न सिर्फ उनके लिए, बल्कि मूवर्स और पैकर्स के लिए भी संघर्षपूर्ण था। लेकिन कोई समस्या इतनी बड़ी नहीं होती कि उसका समाधान ढूंढा ना जा सके, और खासकर तकनीक का इस्तेमाल कर के रास्ता और भी आसान हो जाता है।

अग्ग्रेगेटर को चुनें

जैसे ओला और उबर की बुकिंग मोबाइल उठा कर, एक ऍप की मदद से सकते हैं। ठीक ऐसा ही कुछ मूवर्स एंड पैकर्स क्षेत्र में कुछ अग्ग्रेगेटर कर रहे हैं तो समझदारी इसी में है कि अलग-अलग कंपनियों के पीछे भागने से बेहतर इन अग्ग्रेगेटर की मदद से अपने मूवर्स एंड पैकर्स का चयन करें। ऐसे प्लेटफॉर्म्स के पास हज़ारों अलग अलग मूवर्स एंड पैकर्स का नेटवर्क होता है जो देश के अलग-अलग कोनो में फैले रहते हैं| इसके अलावा इससे ये भी सुनिश्चित होता है की उपभोक्ता कम से कम खर्च में बेहतर से बेहतर सुविधा मिले।

वीडियो कॉल सर्वे

शिफ्टिंग के पहले पैकिंग कंपनी वाले आपके घर आते हैं और ले जाने वाले सामानों की लिस्ट बनाते हैं। लेकिन अगर आप कांटेक्ट-लेस शिफ्टिंग चाहते हैं तो सामान के सर्वे के लिए वीडियो कॉल की मदद लेनी चाहिए। एक सामान्य वीडियो कॉल पर बातचीत करते हुए सामानों की सूची आराम से बनायी जा सकती है। हालांकि इसमें ज़िम्मेदारी आपकी है कि सामान की सही जानकारी दें। 

गैजेट-युक्त सुरक्षा

ये ज़रूर सुनिश्चित करें की जो टीम आपके घर पैकिंग के लिए आ रही है, उसके हर सदस्य के पास पर्याप्त सुरक्षा गैजेट्स ज़रूर हो। लिस्ट टीम को थमा कर बाकी का काम पैकिंग टीम को करने दें। साथ ही सुनिश्चित करें कि पैकिंग टीम की KYC पहले से हो रखी हो।

कैशलेस भुगतान और मशीन सैनिटाइज़ेशन

नकदी में भुगतान करना अब बीते दिनों की बातें हैं, क्यूंकि अब कोई भी भुगतान हम अपना मोबाइल और विभिन्न ऍप का इस्तेमाल कर आसानी से कर सकते हैं। हमें मूवर ऐंड पैकर तय करते समय यह पक्का कर लेना चाहिए कि डिजिटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध है या नहीं। इसके अलावा शिफ्टिंग के दौरान हमारा सामान पैक होने, लोड होने, ट्रांसपोर्ट होने, अनलोड होने और अनपैक होने के दौरान अलग-अलग जगहों से गुजरता है। महामारी के बीच ये ज़रूर सुनिश्चित करें कि सामान की अनलोडिंग से पहले सही मशीनरी का इस्तेमाल करके पूरी तरह सैनिटाइज़ेशन किया जाए।

अगर भविष्य की बात करें तो कॉन्टैक्टलेस शिफ़्टिंग की भविष्य वर्चुअल रिएलिटी का है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के मार्फ़त जल्द ही आपको अपने आसपास के घरों में वर्चुअल सर्वे होते दिखने लगेंगे।

(Avinash Raghav, Co-Founder & MD, Shift Freight से बातचीत पर आधारित)

Pic credit- unsplash

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