कड़ी मेहनत और लगातार प्रयासों के बाद भी नहीं हो रहा अप्रेज़ल, तो इसकी वजह हो सकती हैं आपकी ये आदतें

निरंतर प्रयास कढ़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय के साथ-साथ सफलता के लिए कुछ आदतों से भी दूरी बनाना जरूरी है। तो कौन सी हैं वे आदतें और उनसे कैसे दूरी बनाई जाए आइए जानते हैं विस्तार से यहां।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 12:29 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 12:29 PM (IST)
कड़ी मेहनत और लगातार प्रयासों के बाद भी नहीं हो रहा अप्रेज़ल, तो इसकी वजह हो सकती हैं आपकी ये आदतें
फीगर आदमी का हाथ फ्लिक ऑफ करते हुए

कई बार कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयासों के बाद भी सफलता हाथ नहीं आती। इसकी वजह व्यक्ति के प्रयासों में कमी नहीं, बल्कि कुछ आदतें होती हैं। यहां जानिए, उन आदतों के बारे मेंः-

1. कंफर्ट जोन से बाहर न आना

काफी समय तक एक ही कंपनी और एक ही तरह का काम करते-करते कुछ लोग कंफर्ट जोन के आदी हो जाते हैं और किसी भी कीमत पर उससे बाहर नहीं आना चाहते। फिर भले ही कितना ही अच्छा मौका हाथ से क्यों न निकल जाए। कंफर्ट जोन की आदत तरक्की के दरवाजे तो बंद करती ही है, आत्मविश्वास को भी कमजोर कर देती है। एक समय के बाद इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ते हैं।

2. जिम्मेदारियों से बचना

गलतियां काम का हिस्सा होती हैं और कभी न कभी दक्ष से दक्ष प्रोफेशनल भी गलती कर ही बैठते हैं। इसलिए कभी भी अपनी गलतियों की जिम्मेदारी लेने से न हिचकिचाएं और न ही इसके लिए दूसरों को उत्तरदायी ठहराएं। अपनी गलती का दोष दूसरों के सिर मढ़ना आपके गैरपेशेवर रवैये को दर्शाता है, जिसका आगे चलकर बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता है। इसलिए हमेशा आगे बढ़कर अपनी भूल स्वीकारें और सुधार के लिए प्रयासरत रहें।

3. दुराग्रही बने रहना

ज्यादातर लोग नौकरी को आजीविका कमाने का जरिया मानते हैं इसलिए प्रोफेशनल जिम्मेदारियों को इनोवेटिव तरीके से डील करने के बजाय परंपरागत तरीकों से निबटाने में यकीन रखते हैं और जब लंबे समय तक तरक्की उनके दरवाजे पर दस्तक नहीं देती तो बेचैन हो उठते हैं। ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि नौकरी भले ही कठिन परिश्रम के सहारे चलती हो लेकिन तरक्की रचनात्मकता के दम पर ही मिलती है।

4. खुद को न पहचानना

अध्ययनों के मुताबिक, करियर के शुरुआती वर्षों में ही व्यक्ति को अपने पेशेवर दक्षता और क्षमताओं का अंदाजा हो जाता है जो लोग इन्हें ध्यान में रखते हुए आगे का रोडमैप तैयार करते हैं वे कभी असफल नहीं होते। इसके विपरीत जो लोग दूसरों के प्रभाव में अपने लक्ष्य तय करते हैं वे अपनी सफलता को लेकर हमेशा संशय में रहते हैं। इसलिए करियर से जुड़ा कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले अपने व्यक्तित्व के मजबूत और कमजोर पहलू का आकलन जरूर करें।

(करियर काउंसलर सुशील कुमार परे से बातचीत पर आधारित)

Pic credit- Pixabay 

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