कोरोना को हराकर इनोवेशन और पर्यावरण को बढ़ावा देने में जुटे हैं प्रिंस चार्ल्स
71 वर्षीय ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स मार्च के महीने में कोरोना की चपेट में आ गए थे। प्रिंस चार्ल्स का कोरोना वायरस के लिए टेस्ट स्कॉटलैंड में किया गया था प्रिंस अब ठीक है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स में भी कोरोना के लक्षण पाए गए थे, जिसे लेकर वो बेहद परेशान थे। कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बारे में बात करते हुए चार्ल्स ने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्होंने कोरोनावायरस को हरा दिया। उन्होंने कहा कि मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझ में कोरोनावायरस के मामूली लक्षण ही मौजूद थे।
71 वर्षीय प्रिंस चार्ल्स मार्च के अंत में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद उन्होंने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की स्कॉटलैंड संपदा स्थित अपने बर्कहॉल आवास में खुद को क्वारंटाइन में रखा था। प्रिंस चार्ल्स ने पर्यावरण के लिए ‘ग्रेट रिसेट’ मुहिम की शुरुआत करते हुए कहा कि उनकी बीमारी ने उन्हें पर्यावरण को पुन: स्वच्छ बनाने की कोशिश करने के लिए और प्रतिबद्ध बनाया है।
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा ‘मैं सौभाग्यशाली रहा कि मैं आसानी से इस बीमारी से उबर गया। प्रिंस चार्ल्स ने कहा मैं खुद संक्रमित हो चुका हूं और मैं समझ सकता हूं कि इस बीमारी से लोगों पर क्या बीत रही है। लेकिन और अधिक लोगों के साथ ऐसा नहीं हो, इसके लिए मैं कोई तरीका खोजना चाहता हूं।
शाही परिवार के सदस्य ने ‘विश्व आर्थिक मंच’ पर ऑनलाइन सम्मेलन को संबोधित करते हुए एक योजना को उजागर किया। इस योजना का मकसद भावी आपदाओं को रोकना है।
उन्होंने वैश्विक स्तर पर उत्सर्जन को कम करके संतुलन स्थापित करने के रास्ते खोजने और समाधान तलाशने के लिए ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवोन्मेष’ को बल दिए जाने की अपील की। प्रिस चार्ल्स ने सम्मेलन में कहा यदि हम आवश्यक कदम नहीं उठाते हैं और अधिक हरित, अधिक स्थायी एवं अधिक समावेशी तरीके नहीं उपनाते हैं, तो ‘ग्लोबल वॉर्मिंग’ और पर्यावरण में बदलाव की प्रक्रिया और तेज होने से हम और अधिक वैश्विक महामारियों एवं आपदाओं का सामना करेंगे।
Written By Shahina Noor