National Nurses Day: जानें कब और कैसे हुई थी इस दिन की शुरुआत और इस साल की थीम के बारे में
National Nurses Day बीमारों को जिंदगी देने में जितना योगदान डॉक्टर्स का है उससे कम योगदान नर्स का नहीं है। नर्स बीमारों की पूर्ण लगन से सेवा करती है और अपनी परवाह किए बिना मरीज की जान बचाती है।
हममें से अधिकतर लोग द लेडी विद द लैंप के नाम से प्रसिद्ध फ्लोरेंस नाइटिंगेल के सेवा भाव और त्यागमय जीवन से परिचित हैं। अगर नहीं तो आज हम इन्हीं के बारे में बताने वाले हैं। साथ ही कैसे और कब हुई थी इस दिन को मनाने की शुरुआत, साथ ही इस साल के थीम के अलावा और अन्य जरूरी बातें।
कौन थीं फ्लोरेंस नाइटिंगेल?
इनका जन्म इटली के फ्लोरेंस में 12 मई सन् 1820 को हुआ था। वह एक अत्यधिक संपन्न व समृद्ध परिवार की महिला थीं लेकिन होश संभालते ही उनके मन में नर्स बनकर सेवा करने की ऐसी चाह जागी कि माता-पिता के तीव्र विरोध के बावजूद उन्होंने अपने दिल की आवाज ही सुनी। हर साल 12 मई यानि फ्लोरेंस के जन्म दिवस के दिन दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। 1965 से अभी तक यह दिन हर साल इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज द्वारा अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कैसे हुई थी शुरुआत
अमेरिका के स्वास्थ्य, शिक्षा व कल्याण विभाग के एक अधिकारी डोरोथी सुदरलैंड ने पहली बार नर्स दिवस मनाने का प्रस्ताव 1953 में रखा था। साल 1974 में उनके जन्मदिन 12 मई को ही अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति डेविट डी. आइजनहावर ने की थी।
राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार
नर्सिंग व्यवसाय को समाज में उचित सम्मान प्राप्त हो। इस वजह से हर साल 12 मई को देश में नर्सिंग में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार दिया जाता है। इसकी शुरुआत 1973 में भारत सरकार के परिवार एवं कल्याण मंत्रालय ने की थी। अब तक कुल 250 के करीब नर्सों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है तथा इस पुरस्कार की अहमियत इसी बात से प्रकट होती है कि इसे देश के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। इस पुरस्कार में 50 हजार रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाता है।
अलग-अलग जगहों पर ऐसे मनाया जाता है यह दिन
इस दिन को लंदन के वेस्टमिंस्टर ऐबी में एक कैंडल लैंप सेवा का आयोजन करके मनाया जाता है। इस आयोजन में कैंडल लैंप एक नर्स से दूसरे को सौंप दिया जाता है, जो कि एक नर्स से दूसरी नर्स के पास नॉलेज ट्रांसफर का प्रतीक है।
अमेरिका और कनाडा में पूरे सप्ताह इसे नर्सिंग वीक के रूप में मनाया जाता है। वहीं ऑस्ट्रेलिया में भी तमाम नर्सिंग समारोहों का आयोजन होता है।
साल 2021 नर्स डे की थीम
इस वर्ष इस दिवस की थीम है 'नर्सेज-अ-वॉइस टू लीड- अ विजन फॉर फ्यूचर हेल्थकेयर'। कोरोना काल ने इस प्रोफेशन की अहमियत और महत्व को एक बार फिर से हाईलाइट कर दिया है।
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