Makar Sankranti 2021: जानें मकर संक्रांति के दिन क्या करें और क्या न करें!
Makar Sakranti 2021 इस दिन कुछ काम शुभ माने जाते हैं तो वहीं कई चीज़ों की मनाही भी है। आज हम आपको बता रहे हैं कि मकर संक्रांति के दिन आपको क्या करना चाहिए और क्या बिल्कुल नहीं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Makar Sakranti 2021: मकर संक्रांति का त्योहार आ चुका है और इसी त्योहार के बाद से मौसम में ठंडक कम होनी लगती है। कई लोग इस त्योहार को तिल के लड्डू, गजक और पतंग से जोड़ कर देखते हैं, लेकिन आपको बता दें कि देश के कई ऐसे राज्यों में इस मौके पर कई तरह की स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं।
सूर्य जब मकर राशि में जाता है तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस समय किए गए जप और दान का फल कई गुना होता है। मकर संक्रांति से शुभ कार्यों की शुरुआत भी होती है। इस दिन कुछ काम शुभ माने जाते हैं, तो वहीं कई चीज़ों की मनाही भी है। आज हम आपको बता रहे हैं कि मकर संक्रांति के दिन आपको क्या करना चाहिए और क्या बिल्कुल नहीं।
पवित्र स्नान
बिहार और उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में इस दिन की शुरुआत गंगा, यमुना या फिर किसी भी नदी में डुबकी लगाकर की जाती है। ऐसी मान्यता है कि नदी में स्नान और सूर्य देवता को जल चढ़ाने से शरीर की सारी दिक्कतें ख़त्म हो जाती हैं और ज़िंदगी से नकारात्मकता भी दूर हो जाती है।
दान दक्षिणा
गंगा स्नान के बाद, कई लोग दान दक्षिणा भी करते हैं। जहां काले तिल के लड्डू, चावल, दाल और गजक को एक थाली में रखा जाता है और भगवान को भेंट चढ़ाया जाता है। यहां काले तिल के लड्डू का इस्तेमाल भी जीवन की नकारात्मकता को दूर करने के लिए होता है।
पतंग उड़ाना
मकर संक्रांति के पर्व को पतंग उड़ाने के लिए जाना जाता है। इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा देश के कई हिस्सों में है। ऐसा माना जाता है कि बाहर निकल कर धूम में पतंग उड़ाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। सुबह के वक्त धूप की किरणों में विटामिन-डी की अच्छी मात्रा पाई जाती है। सर्दी के मौसम में सर्दी, खांसी जैसी बीमारी आम होती है इसलिए धूम ऐसे में काफी मददगार साबित होती है।
दही चिवड़ा खाना
दान दक्षिणा करने के बाद, लोग काले तिल के लड्डुओं के साथ दही चिवड़ा खाते हैं। दही चिवड़ा में चपटे चावल, जिसे चिवड़ा कहा जाता है, उसके साथ दही और गुड़ मिलाकर खाया जाता है। उत्तर भारत के कई हिस्सों में, इस पकवान के साथ सब्ज़ी भी खाई जाती है।
दाल खिचड़ी
मकर संक्रांति के मौके पर दही चिवड़ा के साथ दाल की खिचड़ी खाने की भी परंपरा है। इस दिन चावल, दाल और सब्ज़ियां मिलाकर खिचड़ी तैयार की जाती है और इसे घी के साथ परोसा जाता है।
ये न करें
1. कई लोग सुबह उठते ही चाय और उसके साथ लेते हैं, लेकिन आज के दिन ऐसा नहीं करना चाहिए। खासतौर पर इस दिन बिना नहाए भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि मकर संक्रांति के दिन गंगा या किसी नदी में जाकर स्नान करना चाहिए। हालांकि, सबके लिए ये संभव नहीं है इसलिए घर पर ही करें लेकिन सुबह सबसे पहले स्नान ज़रूर करें।
2. इस दिन लहसुन, प्याज़ और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए, मकर संक्रांति का पर्व सादगी के साथ मनाया जाता है।
3. इस दिन मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए। आज तिल, मूंग दाल की खिचड़ी खानी चाहिए। साथ ही इच्छा के अनुसार दान करना चाहिए।
4. मकर संक्रांति का त्योहार प्रकृति को मनाने का है, इसलिए इस दिन घर के आपसाल या अंदर किसी पेड़ या पौधे को नहीं काटना चाहिए।
5. मकर संक्रांति के दिन अगर कोई भिखारी, बुज़ुर्ग या साधु आपके घर आए, तो उसे खाली हाथ न भेजें। उसे कुछ न कुछ दान ज़रूर दें।