जागरण न्यू मीडिया की पहल: Sayfty, ट्विटर इंडिया और यूएन वीमेन के साथ मिलकर महिलाओं को देगा सैफ्टी टूलकिट
यह टूलकिट पीड़ित महिलाओं को मानसिक यातनाओं और जटिल न्यायिक प्रक्रियाओं से निपटने के साथ ही चिकित्सकीय और मनोवैज्ञानिक मदद समेत सभी तरह की सहायता उपलब्ध कराता है।
नई दिल्ली। ऐसे समय जब देशभर में महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म, हत्या और अन्य अमानवीय व्यवहारों के लिए संसद से सड़क तक लोग आंदोलनरत हैं, जागरण न्यू मीडिया ने इस दिशा में अंतरराष्ट्रीय संगठनों की एक अभिनव पहल को मजबूती और विस्तार देने का प्रयास किया है। सैफ्टी(Sayfty), ट्विटर इंडिया और यूएन वीमेन के सहयोग से जागरण न्यू मीडिया महिलाओं के लिए बनाए गए उनके सैफ्टी टूलकिट की लॉन्चिंग में मददगार बनने जा रहा है। यह टूलकिट एक ऐसा रिसॉर्स है, जो दुष्कर्म जैसी वीभत्स घटनाओं की शिकार महिलाओं की मदद करता है।
यह टूलकिट पीड़ित महिलाओं को मानसिक यातनाओं और जटिल न्यायिक प्रक्रियाओं से निपटने के साथ ही चिकित्सकीय और मनोवैज्ञानिक मदद समेत सभी तरह की सहायता उपलब्ध कराता है। यह कार्यक्रम 9 दिसंबर को है। गौरतलब है कि 16 दिसंबर को दिल्ली में हुए कुख्यात निर्भया कांड की एनिवर्सी भी है। जेएनएम इस कार्यक्रम का मीडिया पार्टनर है। JNM की महिलाओं से जुड़ी वेबसाइट HerZindagi इसकी अगुवाई कर रही है।
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में भारत ही नहीं, दुनियाभर में महिलाओं के साथ यौन हिंसा के मामले बढ़े हैं। इसीलिए 25 नवंबर 2019 से अगले दो सालों के लिए UNiTE कैंपेन की शुरुआत की गई है। इसके तहत 16 दिन तक महिलाओं से जुड़े मामलों के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी। 2015 में दुनिया के तमाम देशों द्वारा इस मामले में एक नया वैश्विक एजेंडा पर काम करना तय हुआ था। यह एजेंडा 2030 तक के लिए है। इसमें आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरण से जुड़े लक्ष्य भी शामिल किए गए हैं।
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को सामने रखने और लोगों में उनकी समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए #MeToo, #TimesUp, #Niunamenos, #NotOneMore, #BalanceTonPorc जैसे अभियान चलाए गए। इसीलिए UNiTE Campaign नामक इस अभियान के तहत ये संगठन महिलाओं से जुड़े मामलों पर और बल दे रहे हैं।
9 दिसंबर को दो घंटे चलने वाले इस कार्यक्रम में टूल किट के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इस मौके पर हेल्थ एक्सपर्ट्स से लेकर लीगल एक्टपर्ट्स तक, कई सारे विशेषज्ञ मौजूद होंगे, जो रेप सर्वाइवर्स की लीगल, मेंटल और socio-psychological challenges पर चर्चा करेंगे।
यह कार्यक्रम इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में 9 दिसंबर को शाम 6 से 8 बजे के बीच होने जा रहा है। इसमें केंद्र सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय के प्रतिनिधि के साथ ही कई प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।