International Dog Day: जानें कैसे और कब हुई थी इस दिन की शुरुआत और साथ ही कुछ रोचक बातें

International Dog Day कुत्ते इंसानों के अच्छे मित्र होने के साथ उनसे बिना स्वार्थ प्यार करते हैं। तो आज का दिन मनाने का उद्देश्य उनके प्रति इंसानियत दिखाने का है। उन्हें बेसहारा न छोड़े मुमकिन हो तो खाना खिलाएं और गोद लें।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 01:05 PM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 01:05 PM (IST)
International Dog Day: जानें कैसे और कब हुई थी इस दिन की शुरुआत और साथ ही कुछ रोचक बातें
नदी किनारे बैठे हुए दो प्यारे डॉगी

अगर आपके घर में कुत्ता है तो यकीन मानिए आप दूसरों से कई गुना खुश और हेल्दी रह सकते हैं। कुत्ता एक ऐसा साथी होता है तो बिना किसी स्वार्थ के आपसे प्रेम करता है और बदले में आपसे भी यही चाह रखता है। 26 अगस्त का दिन इंटरनेशनल डॉग डे को समर्पित है। तो आइए जानते हैं इस दिन को मनाने की कब और कैसी हुई थी शुरुआत, साथ ही कुत्तों से जुड़ी कुछ रोचक और जरूरी बातें।

इंटरनेशनल डॉग डे का इतिहास

अमेरिका की पशु अधिवक्ता और पालतू एवं पारिवारिक जीवन शैली विशेषज्ञ कॉलिन पेज द्वारा इस दिन को मनाने की शुरुआत 2004 में की गई थी। जिन्होंने 26 अगस्त को एक डॉग को गोद लिया था। जिसके बाद से हर साल इस दिन को अंतरराष्ट्रीय डॉग डे के रूप में मनाया जाने लगा। भारत सहित दुनिया भर के कई देश इन दिन को अलग-अलग तरह से सेलिब्रेट करते हैं।

इंटरनेशनल डॉग डे का उद्देश्य

कुत्ते इंसानों से सबसे अच्छे और वफादार दोस्त होते हैं फिर भी हर साल हजारों की संख्या में पालतू कुत्तों को लोग छोड़ देते हैं। तो लोगों से इन्हें गोद लेने के लिए अपील करना, इन्हें बच्चों की तरह ट्रीट करना जैसे संदेश देने के मकसद से इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। बहुत से लोग हमारे बीच हैं जो बेवजह कुत्तों को मारते हैं, उन्हें परेशान करते हैं तो उन लोगों से गुजारिश है कि इनकी भी भावनाएं समझें और इन्हें प्यार दें।

डॉग डे से जुड़ी कुछ जरूरी बातें

1. आपका कुत्ता आपकी भावनाओं को भी सूंघने की क्षमता रखता है। कुत्ता गंध में हो रहे छोटे से छोटे बदलावों को भी पकड़ सकता है। जो उसे ये पता लगाने में मदद करती हैं आप कैसा फील कर रहे हैं। जैसे पसीना आने पर डर या नर्वस होना कुत्ता आसानी से समझ सकता है। कुत्ते अपनी इस क्षमता के कारण कुछ बीमारियों का भी पता लगा सकते हैं।

2. कुत्तों की मूछें उसे अंधेरे में देखने में मदद करती हैं। ये मूछें हवा में हो रहे सूक्ष्म बदलावों को तुरंत पकड़ लेती हैं। जो कुत्ते को पास की चीज़ों के आकार और गति के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं। जो उन्हें रात के समय भी शिकार करने और खतने को समझने की अनुमित देती हैं।

3. कुत्ता भी किसी दो साल के बच्चे की ही तरह समझदार होता है। जो वो आपके इशारों को समझकर प्रतिक्रिया देते हैं।

कुत्तों को समय की भी समझ होती है। घर के किसी सदस्य के चले जाने पर वो उसे याद करते रहते हैं। कुत्ते हमारी आदतों और लाइफस्टाइल को भी समझते और गौर करते हैं। 

4. कुत्तों के पंजों में केवल पसीने की ग्रंथियां होती हैं। जो पंजों के बीच में पाए जाते हैं। यही वजह है कि ज्यादा गर्मी होने पर ये अपने पैरों के निचले हिस्से को गीला करने में मदद कर सकता है।

Pic credit- unsplash

chat bot
आपका साथी