International Civil Aviation Day 2021: आंकड़ों के माध्यम से जानें, कोरोना ने कितना प्रभावित किया इस सेक्टर को

International Civil Aviation Day 2021 पिछले 2 साल यानी कोरोना काल ने अगर सबसे ज्यादा किसी सेक्टर को प्रभावित किया तो वह एविएशन सेक्टर ही था। इंटरनेशनल सिविल एविएशन डे के मौके पर आइए जानते हैं इससे जुड़े कुछ फैक्ट्स...

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:47 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:47 AM (IST)
International Civil Aviation Day 2021: आंकड़ों के माध्यम से जानें, कोरोना ने कितना प्रभावित किया इस सेक्टर को
हवा में उड़ते हुए जहाज की तस्वीर

मॉडर्न वर्ल्ड में एविएशन सेक्टर को लाइफलाइन कहना गलत नहीं होगा। दुनिया के किसी कोने से कोई भी दूसरे कोने में जा सकता है और ऐसा संभव बनाने में अहम भूमिका है एविएशन सेक्टर की। पिछले 3 दशक में एविएशन सेक्टर ने इतनी ग्रोथ दर्ज की कि अब स्पेस सिविल एविएशन का भी आगाज हो चुका है। हालांकि, इन उपलब्धियों के बीच पिछले 2 साल यानी कोरोना काल ने अगर सबसे ज्यादा किसी सेक्टर को प्रभावित किया तो वह एविएशन सेक्टर ही था। इंटरनेशनल सिविल एविएशन डे के मौके पर आइए जानते हैं इससे जुड़े कुछ फैक्ट्स के बारे में...

4.5 अरब लोग सालाना करते थे दुनियाभर में ट्रैवल कोरोना से पहले, कोरोना के कारण यह केवल 1.8 अरब पर रहा सीमित

कोरोना में पड़ा कितना इंपैक्ट?

4.5 अरब पैसेंजर्स सालाना ट्रैवल करते थे दुनिया में कोरोनाकाल से पहले

1.8 अरब पैसैंजर्स ही अब कोरोनाकल में दो साल में कर पाएं हैं ट्रैवल कुल मिलाकर

2.7 गुना घाटा हो चुका है सिविल एविएशन सेक्टर को ग्लोबली अब तक कोरोना पैनडेमिक के कारण

58 परसेंट रेगुलर पैसेंजर्स ने ही दुनिया में कोरोना काल के दौरान फ्लाइट्स को एक्सेस करने की बात स्वीकारी

581 अरब डॉलर का टर्नओवर था ग्लोबल एविएशन सेक्टर का कोरोनाकाल के पहले एनुअली

189 अरब डॉलर रहा ग्लोबल एविएशन सेक्टर का टर्नओवर 2020 में

370 अरब डॉलर का घाटा कुल मिलाकर कोरोनाकाल के दौरान हो चुका है। एविएशन सेक्टर्स का ग्लोबली कुल मिलाकर

85.3 परसेंट तक इंटरनेशनल एविएशन रूट्स पर दर्ज की गई थी डीग्रोथ साल 2020 में कुल मिलाकर

111.4 अरब डॉलर्स का घाटा साल 2021 में दुनियाभर के एयरपोर्ट्स को हो सकता है।

43.5 परसेंट तक फ्लाइट फ्रीक्वेंसी प्रभावित हुई दुनियाभर में साल 2021 में

एयर कार्गो बना 'ऑक्सीजन'

कोरोनाकाल में एक ओर जहां सिविल एविएशन सेक्टर को भारी घाटे का सामना करना पड़ा, वहीं एयर कार्गो के रूप में एविएशन सेक्टर्स को संजीवनी भी मिली।

56.1 मिलियन मीट्रिक टन का एयर कार्गो व्यापार था दुनिया में कोरोना के प्रसार से पहले

66.2 मिलियन मीट्रिक टन का एयरकार्गो व्यापार है फिलहाल दुनिया में कोरोना के इंपैक्ट से बावजूद

69.3 मिलियन मीट्रिक टन हो जाएगी एयर कार्गो व्यापार एनुअली साल 2022 में आंकड़ों के मुताबिक

13.2 मिलियन मीट्रिक टन बढ़ जाएगा एयर कार्गो व्यापार साल 2022 में कोरोना से एफेक्ट होने के बावजूद

128.8 अरब डॉलर की सालाना कमाई में फायदा दर्ज किया कार्गो एविएशन सेक्टर ने कुछ मिलाकर कोरोना काल में।

11.1 परसेंट की ग्रोथ दर्ज की गई फ्रेट लोड सेक्टर में एशिया पैसिफिक में कार्गो एविएशन सेक्टर में 2020 में कुल मिलाकर

2.7 गुना घाटा हो चुका है एविएशन सेक्टर को पूरी दुनिया में पैसेंजर्स फुटप्रिंट के लिहाज से।

121.0 अरब डॉलर का घाटा हुआ दुनिया में एविएशन सेक्टर को 2020 में, 114 अरब डॉलर का घाटा इस साल भी है संभव।

Pic credit- freepik

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