Indian Army Day 2021: आज देश सेलिब्रेट कर रहा है अपना 73वां 'आर्मी डे', जानें इससे जुड़े कुछ रोचक फैक्ट्स

Indian Army Day 2021 ऐसे कई फैक्टर्स हैं जो कि इंडियन आर्मी को दुनिया की किसी भी सेना से महान बनाते हैं और आज जब देश 73वां आर्मी डे सेलिब्रेट कर रहा है ऐसे में जानेंगे कुछ रोचक और गौरवपूर्ण फैक्ट्स।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 10:14 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 11:36 AM (IST)
Indian Army Day 2021: आज देश सेलिब्रेट कर रहा है अपना 73वां 'आर्मी डे', जानें इससे जुड़े कुछ रोचक फैक्ट्स
उगते सूरज को सलाम करता हुआ सैनिक

इंडियन आर्मी का मौजूद स्वरूप ब्रिटिश इंडियन आर्मी का वजन है जो कि कम से कम 125 साल पुरानी है। इस तरह, दुनिया की सबसे पुरानी थल सेनाओं में शुमार होने के बावजूद इंडियन आर्मी मौजूदा वक्त में दुनिया की सबसे शक्तिशाली, सामर्थ्यवान और सक्षम कॉम्बैट फोर्स है। ऐसे कई फैक्टर्स हैं जो कि इंडियन आर्मी को दुनिया की किसी भी सेना से महान बनाते हैं और आज जब देश 73वां आर्मी डे सेलिब्रेट कर रहा है, ऐसे में इन्हीं कुछ रोचक और गौरवपूर्ण फैक्टर्स को हम आपसे साझा कर रहे हैं जिन्हें जानकर सही मायने में इंडियन आर्मी के मोटो 'सर्विस बिफोर सेल्फ' की भावना को आप बेहतर समझ सकेंगे...

क्यों मानते हैं आर्मी डे?

हर साल 15 जनवरी को इसे फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के सम्मान में मनाया जात है जिन्होंने इसी दिन 1949 में भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल फ्रांसिस बुचर की सेना की बागडोर संभाली थी।

आर्मी की नई उपलब्धियां

- इंफ्रेट्री स्कूल के ऑफिसर ले.कर्नल प्रसाद बंसोड ने इंडिया की पहली इंडीजीनियस 9 एमएम मशीन पिस्टल का आविष्कार किया है।

- इंडियन आर्मी के ले. कर्नल जीवाईके रेड्डी ने डीआरडीओ के साथ मिलकर माइक्रोकॉप्टर बनाया है जो टेररिस्ट को ट्रेक करने में मदद करेगा।

- मेजर अनूप मिश्रा ने दुनिया का पहला यूनिवर्सल बुलेटप्रूफ जैकेट शक्ति बनाया है।

आर्मी के गौरवपूर्ण अचीवमेंट्स

- इंडियन आर्मी में सभी पर्सनल्स अपनी स्वेच्छा से सेवाएं दे रहे हैं यानि वॉलेंटेरिली सेवाएं दे रहे हैं और किसी भी इंडिविजुअल को कानून, आरक्षण या किसी अन्य प्रक्रिया से सेना का अंग बनने के लिए बाध्य नहीं किया जाता। इस लिहाज से इंडियन आर्मी दुनिया की सबसे बड़ी वॉलेंटरी फोर्स बन जाती है।

- इंडियन आर्मी को हाई ऑल्टीट्यूड फाइटिंग फोर्स के लिए सबसे एडवांस्ड और एक्सपीरिएंस्ड माना जाता है और 5000 मीटर से भी ज्यादा ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर को दुनिया का सबसे ऊंचा बैटलफील्ड माना जाता है। यहां इंडियन आर्मी का चौकस पहरा इस बात को दर्शाता है कि माइनस 60 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में इंडियन आर्मी वॉर केपेबल है। यही कारण है कि इंडिया के इस उपलब्धि की तुलना में अमेरिका, रूस और चीन तक की सेना नहीं ठहरती।

- लद्दाख में बेली ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज है जिसे इंडियन आर्मी ने बनाया है और वह इसे कंट्रोल करती है। इस तरह, इंडियन आर्मी दुनिया की सबसे ऊंचाई पर कनेक्टिविटी प्रोवाइड करने वाली सेना भी है।

Pic credit- Freepik

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