Independence Day Speeches: इन 5 आइडियाज़ के साथ तैयार करें स्वतंत्रता दिवस के लिए स्पीच

Independence Day Speeches नेहरू ने 15 अगस्त के दिन दिल्ली के लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया और बाद में यह 15 अगस्त को एक प्रतीकात्मक संकेत बन गया।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 08:00 AM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 08:08 AM (IST)
Independence Day Speeches: इन 5 आइडियाज़ के साथ तैयार करें स्वतंत्रता दिवस के लिए स्पीच
Independence Day Speeches: इन 5 आइडियाज़ के साथ तैयार करें स्वतंत्रता दिवस के लिए स्पीच

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Independence Day Speeches: "आज रात बारह बजे, जब सारी दुनिया सो रही होगी, भारत जीवन और स्वतंत्रता की नई सुबह के साथ उठेगा। एक ऐसा क्षण जो इतिहास में बहुत ही कम आता है, जब हम पुराने को छोड़ नए की तरफ जाते हैं, जब एक युग का अंत होता है, और जब वर्षों से शोषित एक देश की आत्मा, अपनी बात कह सकती है।" ये शब्द स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री, जवाहरलाल नेहरू ने 14 अगस्त, 1947 की रात को दिया था।   

नेहरू ने 15 अगस्त के दिन दिल्ली के लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया और बाद में यह 15 अगस्त को एक प्रतीकात्मक संकेत बन गया। भारत इस साल अपना 73वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। हम इस महान दिन के इतिहास पर नज़र डालते हैं और क्यों स्वतंत्रता के दिन के रूप में चुना गया था।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास

लॉर्ड माउंटबेटन को ब्रिटिश संसद ने 30 जून, 1948 तक सत्ता हस्तांतरित करने का आदेश दिया था। अगर वे सी राजगोपालाचारी के स्मरणीय शब्दों में जून 1948 तक प्रतीक्षा करते, तो स्थानान्तरण के लिए कोई शक्ति शेष नहीं रहती। इस तरह माउंटबेटन ने अगस्त 1947 की तारीख को आगे बढ़ाया।

उस समय, माउंटबेटन ने दावा किया कि तारीख को आगे बढ़ाया जाए। वह यह भी सुनिश्चित कर रहे थे कि इस दिन कोई रक्तपात या दंगा नहीं होगा। वह निश्चित रूप से ग़लत साबित होने के लिए था, हालांकि, बाद में उसने यह कहकर इसे सही ठहराने की कोशिश की कि " जहां भी औपनिवेशिक शासन ख़त्म हुआ है, वहां खून बहा है। यही वह मूल्य है जिसका आप भुगतान करते हैं।"

माउंटबेटन के इनपुट के आधार पर भारतीय स्वतंत्रता विधेयक 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स में पेश किया गया और एक पखवाड़े के भीतर पारित कर दिया गया। इसने 15 अगस्त, 1947 को भारत में ब्रिटिश शासन के अंत के लिए भारत और पाकिस्तान के डोमिनियनों की स्थापना की, जिन्हें ब्रिटिश राष्ट्रमंडल से अलग करने की अनुमति दी गई थी।

15 अगस्त को पूरे देश में झंडोत्तोलन, परेड और सांस्कृति कार्यक्रमों के साथ राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। यह दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ पूरे देश के स्कूलों में भी मनाया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त करता है और इसे सबसे ऊपर रखा जाता है।

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हर साल भारत में स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है।  हालांकि, इस साल का स्वतंत्रता दिवस कोरोना वायरस महामारी की वजह से काफी अलग रहेगा। इस साल देशभर में अधितकर ऑफिस और स्कूल बंद हैं। ऐसे में ज्यादातर लोग अपने घरों पर ही स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाएंगे। साथ ही इस साल लाल किले पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया जाएगा।

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