Holi 2021: देश के अलग-अलग शहरों में इन नामों से मनाई जाती है होली
आसाम के लोग होली को फगुआ कहते हैं और इसे दो दिनों तक मनाया जाता है। इस मौके पर चिकनी मिट्टी से निर्मित झोपड़ी को जलाते हैं। इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। बिहार और झारखंड में दो दिनों तक होली मनाई जाती है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Holi 2021: हर साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा के अगले दिन होली मनाई जाती है। दुनियाभर में होली का पर्व हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाते हैं। देशभर में रंगों का त्यौहार होली 29 मार्च को मनाई जाएगी। इससे एक दिन पहले यानी रविवार 28 मार्च को होलिका दहन है। हालांकि, देश के अलग-अलग शहरों में इसे कई नामों से जाना जाता है। अगर आपको नहीं पता है, तो आइए जानते हैं-
फगुआ
आसाम के लोग होली को फगुआ कहते हैं और इसे दो दिनों तक मनाया जाता है। इस मौके पर चिकनी मिट्टी से निर्मित झोपड़ी को जलाते हैं। इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। बिहार और झारखंड में दो दिनों तक होली मनाई जाती है। स्थानीय लोग होली को फगुआ कहते हैं। बिहार में होली खेलने की शुरुआत वसंत पंचमी से होती है।
उक्कुली
गोवा में होली को उक्कुली कहा जाता है यह पर्व वसंत के दिनों में लगातार एक महीने तक मनाया जाता है। इस मौके पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
लठमार होली
उत्तर प्रदेश में लठमार होली मनाने का विधान है। इस मौके पर महिलाएं डंडे से पुरुषों को पीटती हैं। खासकर बरसाने में लठमार होली धूमधाम से मनाई जाती है। बरसाने राधा रानी की जन्मस्थली है।
होला महल्ला
सिक्ख धर्म में होली को होला महल्ला कहा जाता है। गुरु गोविंद सिंह ने होली को होला महल्ला का नाम दिया। इस मौके सिक्ख धर्म के अनुयायी गुरु गोविंद सिंह को याद करते हैं और उनके पदचिन्हों पर चलने की कोशिश करते हैं।
दोल जात्रा
वसंत के मौके पर पश्चिम बंगाल में लोग दोल जात्रा मनाते हैं। होली को बंगाल में बसंत उत्सव कहा जाता है। इस दिन महिलाएं पारंपरिक साड़ी पहनकर राधा कृष्ण जी की पूजा करती हैं। इसके बाद दोल जात्रा निकाली जाती है। इस यात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल होते हैं।