लॉकडाउन में अपने बच्चों को वीडियो गेम और टीवी स्क्रीन से इस तरह रखें दूर, अपनाएं ये टिप्स
अपने बच्चों की पसंद के बारे में जानें कि वे टीवी अथवा मोबाइल पर किस तरह के कंटेंट देखना पसंद करते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया में बर्बादी का आलम बदस्तूर जारी है। इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए भारत सहित दर्जनों देशों में लॉकडाउन की स्थिति है। भारत में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अपने घरों में बंद हैं और आवश्यक सावधानियां बरत रहे हैं। हालांकि, लॉकडाउन में बच्चों का ध्यान रखना, उन्हें मोबाइल और टीवी तथा वीडियो गेम से दूर रखना थोड़ा टेढ़ा काम है। अगर आप भी अपने बच्चों को टीवी और मोबाइल स्क्रीन से दूर अथवा लिमिट में रखना चाहते हैं तो इन टिप्स को जरूर अपनाएं।
अपने बच्चों को टेक्नोलॉजी फ्री ज़ोन दें
अपने बच्चों को मोबाइल और टीवी स्क्रीन से दूर रखने के लिए उन्हें टेक्नोलॉजी फ्री ज़ोन दें। जहां लैपटॉप और स्मार्टफोन्स की सुविधाएं न हों। अपने बच्चे को परिवार के साथ समय बिताने के लिए उत्साहित करें। साथ ही एक और चीज़ का अवश्य ध्यान रखें कि आपका बच्चा खाना खाते समय और बात करते समय मोबाइल फ़ोन यूज न करें।
गैजेट्स से दूरी बनाएं
अपनी जिंदगी में गैजेट्स से दूरी बनाने की भी आदत डालें। इसके लिए एक समय फिक्स करें, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रहें। इस चीज़ का भी ख्याल रखें कि सोने से 30 मिनट पहले आपके बच्चों को मोबाइल और टीवी न देखें। इसके बदले में वे परिवार के साथ समय बिताएं तो ज्यादा बेहतर है।
अपने बच्चों को मॉनिटर करें
अपने बच्चों की पसंद के बारे में जानें कि वे टीवी अथवा मोबाइल पर किस तरह के कंटेंट देखना पसंद करते हैं। इसके लिए आप उन्हें मॉनिटर करें। ऐसा न हो कि आपके बच्चे को कोई डरावनी अथवा एग्रेसिव कंटेंट देखने की आदत हो गई हो। रात में सोने के वक्त बच्चों को मोबाइल या गैजेट्स बिल्कुल न दें। इसके लिए एक टाइम टेबल बना दें कि कब उन्हें टीवी देखना या मोबाइल गेम्स खेलने हैं।
अपने बच्चों को पढ़ाएं
जब भी आपको फ्री टाइम मिले तो अपने बच्चों को साथ में बिठाकर पढ़ाएं। ऐसे मौके पर उन्हें समाजिक ज्ञान अधिक दें, जिसमें उन्हें बताएं कि जीवन में क्या करना चाहिए और जीवन के लिए क्या बेहतर है। इसके साथ ही उन्हें यह भी बताएं कि मार-धार वाले वीडियो गेम्स खेलने से उनकी मानसिक सेहत पर कैसा असर पड़ सकता है।
इनडोर गेम्स खेलने के लिए जागरूक करें
अपने बच्चे को इनडोर गेम्स खेलना, किताबें पढ़ना, पजल सॉल्व करना, संगीत सुनना आदि चीज़ों के लिए उत्साहित करें।