Fact Check By Vishvas News: कोविड-19 वैक्सीन के बिना इंजेक्शन लगाने की घटना यूपी की नहीं, और ऐसी ही अन्य झूठी पोस्ट
जागरण की वेबसाइट विश्वास न्यूज़ की फैक्ट चेक टीम हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने लाने का प्रयास करती है। पेश हैं सोमवार की ऐसी ही टॉप 4 ख़बरें।
नई दिल्ली। जागरण की वेबसाइट 'विश्वास न्यूज़' की फैक्ट चेक टीम हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने लाने का प्रयास करती है। पेश हैं सोमवार की ऐसी ही टॉप 4 ख़बरें।
Fact Check: कोविड-19 वैक्सीन भरे बिना इंजेक्शन लगाने की घटना का वीडियो बिहार के छपरा का है, यूपी के नाम पर हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में टीकाकरण केंद्र पर लोगों को टीका लेते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि वायरल हो रहा वीडियो उत्तर प्रदेश के किसी टीकाकरण केंद्र का है, जहां नर्स ने वैक्सीन भरे बिना ही युवक को खाली सिरिंज लगा दी। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो सही है लेकिन यह बिहार के छपरा शहर का है, जिसे भ्रामक दावे के साथ उत्तर प्रदेश के नाम पर वायरल किया जा रहा है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Fact Check: कोक की एडिटेड तस्वीर हो रही वायरल, कंपनी ने केन पर नहीं लिखा ‘Try To Be Less White’
सोशल मीडिया पर कोका-कोला के एक केन की तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर पर अंग्रेजी में लिखा है, ‘Try to be less white’ यानी कम गोरा होने की कोशिश करें। विश्वास न्यूज की पड़ताल में कोका-कोला की केन को लेकर वायरल हो रहा दावा झूठा निकला है। एडिटेड तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Fact Check : महिला के साथ मारपीट की 5 साल पुरानी तस्वीर अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव से जोड़कर की जा रही है वायरल
यूपी में ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में हिंसा के बाद सोशल मीडिया में खून से लथपथ एक महिला की तस्वीर फर्जी दावे के साथ वायरल हो रही है। तस्वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि 2016 में मैनपुरी में ब्लॉक प्रमुख चुनाव का नामांकन फॉर्म लेने पर सपा के एक नेता ने इस लड़की की पिटाई कर दी थी। दावा यह भी किया गया कि आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। इससे पहले भी यह तस्वीर दूसरे दावों के साथ वायरल हो चुकी है। मैनपुरी में 2016 में छेड़छाड़ का विरोध करने पर कुछ लोगों ने वायरल तस्वीर में दिख रही महिला की पिटाई कर दी थी। यह वायरल पोस्ट फर्जी है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Fact Check : अभी देवघर बाबाधाम में श्रद्धालुओं को जाने की इजाजत नहीं, फर्जी है वायरल पोस्ट
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक झारखंड के देवघर में स्थित वैद्यनाथ धाम मंदिर को लेकर एक फर्जी खबर वायरल हो रही है। कुछ यूजर्स एक न्यूज चैनल की ब्रेकिंग प्लेट को वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि देवघर बाबाधाम में श्रद्धालुओं को जाने की इजाजत मिल गई है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला। कोरोना के कारण मंदिर में आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है। वायरल ब्रेकिंग प्लेट पिछले साल की है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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