Fact Check By Vishvas News: संविधान को लेकर रंजन गोगोई का वायरल हो रहा फर्ज़ी ट्वीट और अन्य ऐसी खबरें

Fact Check By Vishvas News जागरण की वेबसाइट विश्वास न्यूज़ की फैक्ट चेक टीम हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने लाने का प्रयास करती है। पेश हैं मंगलवार की ऐसी ही टॉप 4 ख़बरें।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 05:44 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 05:44 PM (IST)
Fact Check By Vishvas News: संविधान को लेकर रंजन गोगोई का वायरल हो रहा फर्ज़ी ट्वीट और अन्य ऐसी खबरें
संविधान को लेकर रंजन गोगोई का वायरल हो रहा फर्ज़ी ट्वीट और अन्य ऐसी खबरें

नई दिल्ली। जागरण की वेबसाइट 'विश्वास न्यूज़' की फैक्ट चेक टीम हर दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने लाने का प्रयास करती है। पेश हैं मंगलवार की ऐसी ही टॉप 4 ख़बरें।

Fact Check : संविधान में संशोधन को लेकर रंजन गोगोई ने नहीं किया यह ट्वीट

चीफ जस्टिस पद से रिटायर और अब राज्‍यसभा सांसद रंजन गोगोई के नाम से सोशल मीडिया में एक फर्जी ट्वीट वायरल हो रहा है। इस कथित ट्वीट को वायरल करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि रंजन गोगोई ने संविधान के कुछ अनुच्‍छेदों को संशोधन की मांग की है। विश्‍वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Quick Fact Check: IUML की बिल्डिंग को कांग्रेस का वायनाड दफ्तर बता शेयर की जा रही तस्वीर, वायरल दावा झूठा

सोशल मीडिया पर हरे रंग की इमारत की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर संग दावा किया जा रहा है कि यह केरल के वायनाड स्थित कांग्रेस पार्टी का दफ्तर है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के कार्यालय भवन को कांग्रेस का दफ्तर बता झूठा दावा वायरल किया जा रहा है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Fact Check: यूपी को तीन हिस्सों में बांटने की खबर महज एक अफवाह, फर्जी सूची वायरल

सोशल मीडिया पर कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के बंटवारे से जुड़ी पोस्ट शेयर की जा रही हैं। इन पोस्ट के साथ एक लिस्ट शेयर की जा रही है और दावा किया जा रहा है कि यूपी का बंटवारा तीन अलग-अलग राज्यों में इस सूची के मुताबिक होना है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यूपी के बंटवारे से जुड़ी सूचना अफवाह निकली है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यूपी के बंटवारे की लिस्ट फर्जी है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Quick Fact Check : रोहिंग्‍या शरणार्थी की तीन साल पुरानी तस्‍वीर एक बार फिर से फर्जी दावे के साथ वायरल

सोशल मीडिया में एक बार फिर से रोहिंग्‍या को लेकर एक फर्जी पोस्‍ट वायरल हो रही है। इस तस्‍वीर में एक शख्‍स चारपाई पर कई बच्‍चों के साथ देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि इस शख्‍स के पास 21 हजार रुपए का मोबाइल है। दावा यह भी किया जा रहा है कि शख्‍स के 8 बच्‍चे और तीन पत्नियां हैं। विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी इस वायरल पोस्‍ट की जांच कर चुका है।

हमारी पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। तस्‍वीर अप्रैल 2018 की है। इसे पत्रकार देबायन रॉय ने दिल्‍ली के मदनपुर खादर के रोहिंग्‍या कैंप में आग लगने के बाद क्लिक की थी। पुरानी पड़ताल आप यहां पढ़ सकते हैं। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Vishvas News जागरण न्यू मीडिया का एक आईएफसीएन सर्टिफाइड (IFCN Certified) फैक्ट चेकिंग ग्रुप है।

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