Fact Check By Vishvas News: फेसबुक न्यूज़ फीड से जुड़ा वायरल पुराना और फर्ज़ी मैसेज, और ऐसी ही अन्य ख़बरें

Fact Check By Vishvas News जागरण की वेबसाइट विश्वास न्यूज़ की फैक्ट चेक टीम रोज़ाना सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने का प्रयास करती है। पेश हैं शुक्रवार की ऐसी ही टॉप 4 ख़बरें।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Sat, 05 Jun 2021 01:16 PM (IST) Updated:Sat, 05 Jun 2021 01:16 PM (IST)
Fact Check By Vishvas News: फेसबुक न्यूज़ फीड से जुड़ा वायरल पुराना और फर्ज़ी मैसेज, और ऐसी ही अन्य ख़बरें
फेसबुक न्यूज़ फीड से जुड़ा वायरल पुराना और फर्ज़ी मैसेज, और ऐसी ही अन्य ख़बरें

नई दिल्ली। जागरण की वेबसाइट 'विश्वास न्यूज़' की फैक्ट चेक टीम रोज़ाना सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं ख़बरों का सच हमारे रीडर्स के लिए सामने का प्रयास करती है। पेश हैं शुक्रवार की ऐसी ही टॉप 4 ख़बरें।

Fact Check: फेसबुक आपकी न्यूज फीड को 25 दोस्तों तक सीमित नहीं कर रहा, वायरल मैसेज पुराना और फर्जी

फेसबुक पर तेजी से वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक यूजर्स की न्यूज फीड को सीमित कर रहा है। दावा किया गया है कि अगर कोई यूजर वायरल पोस्ट में लिखे गए कंटेंट को कॉपी कर उसे अपने टाइमलाइन पर पोस्ट कर करता है तो वह फेसबुक के अल्गोरिदम को बदल सकता है और फिर इसके बाद उसे पुराने 26 दोस्तों की बजाए नए लोगों के पोस्ट दिखाई देने लगेगा। इस प्रक्रिया के बाद किसी यूजर को ’26 दोस्तों’ के पोस्ट्स नहीं दिखाई देंगे, जो उसे अक्सर दिखाई देते हैं। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Fact Check : पीपल के पेड़ पर आम उगने की बात कोरी अफवाह निकली

सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कथित रूप से पीपल के पेड़ पर आम को देखा जा सकता है। यूजर्स इसे सच मानकर धड़ल्ले से वायरल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह घटना ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर स्थित एक पीपल के पेड़ पर हुई है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। जांच में पता चला कि आंधी के कारण आम की पेड़ से एक टहनी टूटकर पीपल के पेड़ में फंस गई थी। उसी के वीडियो को अब फर्जी दावों के साथ वायरल किया जा रहा है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Fact Check: जैन मुनि पर हमला किए जाने का ये वायरल दावा बिल्कुल फर्जी है

कर्नाटक में जैन मुनि को मुसलमानों के द्वारा पीटे जाने का फर्जी दावा वायरल हो रहा है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा पूरी तरह फर्जी पाया गया है। जैन मुनि के साथ मुसलमानों ने मारपीट नहीं की थी, बल्कि उनका साल 2018 में रोड एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उनको चोटें आई थीं। जैन मुनि मयंक सागर पूरी तरह से स्वस्थ हैं और धार्मिक कार्यों में व्यस्त हैं। अन्य दोनों फोटों का जैन मुनि के मामले से कोई लेना-देना नहीं है। ये तस्वीरें अलग-अलग संदर्भों के साथ कई जगह सोशल मीडिया पर शेयर की गई थीं। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Fact Check : सिलिकॉन से बनी कलाकृति को दरभंगा के आसमान से गिरे अजीबोगरीब जीव के नाम पर किया गया वायरल

यास तूफान भले ही बीत गया हो, लेकिन सोशल मीडिया में एक अजीबोगरीब कथित जीव वायरल हो रहा है। कई यूट्यूब वीडियोज में खबरों के माध्‍यम से दावा किया जा रहा है कि यास तूफान के द‍रमियान दरभंगा के एक गांव में आसमान से एक जीव गिरा। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट झूठी साबित हुई। जिसे दरभंगा में गिरे अजीबोगरीब जीव के नाम से वायरल किया जा रहा है, दरअसल वह सिलिकॉन से बनी कलाकृति है। इसे इटली की एक कलाकार ने बनाया है। पूरी ख़ूबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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