रक्षाबंधन के साथ सावन के आखिरी सोमवार को बनाएं खास इन फलाहारी व्यंजनों को परोसकर

सावन के आखिरी सोमवार के दिन ही रक्षाबंधन का शुभ त्योहार है तो इस दिन ऐसा क्या बनाया जाए जिसे आप व्रत में भी खा सकें साथ ही रक्षाबंधन का त्योहार भी फीका न पड़े।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Sun, 02 Aug 2020 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 02 Aug 2020 07:00 AM (IST)
रक्षाबंधन के साथ सावन के आखिरी सोमवार को बनाएं खास इन फलाहारी व्यंजनों को परोसकर
रक्षाबंधन के साथ सावन के आखिरी सोमवार को बनाएं खास इन फलाहारी व्यंजनों को परोसकर

इस बार सावन के अंतिम सोमवार और रक्षाबंधन के पर्व का अद्भुत संयोग बना है। शिव की भक्ति आराधना और व्रत के साथ ही रक्षाबंधन का पर्व भी मनाना है तो क्यों न कुछ फलाहारी व्यंजनों के साथ करें भाई-बहन का सत्कार। 

1. सिंघाड़ा मिर्च वड़े

सामग्री: 1/2 कप उबले हुए मैश किए आलू, 8 मोटी हरी मिर्च, सेंधा नमक स्वादानुसार,  1 टीस्पून दरदरी काली मिर्च, 1 टेबल स्पून बारीक कटा हरा धनिया, 1 टीस्पून जीरा पाउडर, 1 टीस्पून बारीक कटा अदरक, 1 टीस्पून बारीक कटी हरी मिर्च, 3/4 कप सिंघाड़े का आटा, 1 टीस्पून नीबू का रस, तलने के लिए तेल

विधि

आलू में अदरक, हरी मिर्च, सेंधा नमक व मसाले मिला लें। सिंघाड़े के आटे में थोड़ा-थोड़ा पानी मिलाते हुए गाढ़ा घोल बना लें। कड़ाही में तेल गर्म करें। हरी मिर्च को चीरकर बीज निकाल दें और उनमें आलू भर लें। फिर इन्हें सिंघाड़े के घोल में लपेटकर मध्यम आंच पर सुनहरा होने तक तलें। सिंघाड़े के मिर्च वड़े को गर्मागर्म फलाहारी चटनी के साथ परोसें।

2. कीवी का हलवा

सामग्री

2 ताजा कीवी, 1/2 कप फुल क्रीम दूध, 150 ग्राम मावा, 100 ग्राम चीनी, 1/2 टीस्पून इलायची पाउडर, 1 टेबलस्पून घी, 1 टेबलस्पून किशमिश

विधि 

कीवी के टुकड़े करके मिक्सर में डालें और पीसकर पेस्ट बना लें। मावे को भी मैश कर लें। मोटे तले के बर्तन में घी डालकर मावा हल्की आंच में भूनें। 4-5 मिनट बाद कीवी पेस्ट, दूध और चीनी डालकर चलाते हुए पकाएं। जब मिश्रण कड़ाही छोड़ने लगे तब इलायची पाउडर मिला लें। गर्म या ठंडा हलवा किशमिश डालकर सर्व करें।

3. कच्चे केले की टिकिया

सामग्री

2 कच्चे केले. 1 टीस्पून बारीक कटा अदरक, 1 टीस्पून बारीक कटी हरी मिर्च, 1 टेबलस्पून कटा हरा धनिया, सेंधा नमक स्वादानुसार, 1 टीस्पून दरदरी काली मिर्च, चुटकी भर जायफल पाउडर, तलने के लिए घी

विधि

केलों को उबाल लें। छिलका निकाल दें व केले मैश कर लें। केले के गूदे में घी को छोड़कर उपरोक्त सारी सामग्री अच्छी तरह मिला लें। तैयार मिश्रण की टिकियां बना लें। फ्राइंग पैन में घी गर्म करें। टिकिया को मध्यम आंच पर दोनों ओर से सुनहरी होने तक शैलो फ्राई करें। उसे दही, हरी चटनी के साथ अनारदाना डालकर सर्व करें।

4. सिंघाड़ा दही वड़े

सामग्री

2 कप उबालकर मैश किए आलू,1/2 कप सिंघाड़े का आटा, 1 टीस्पून बारीक कटी अदरक, 1 टेबलस्पून बारीक कटी हरी मिर्च, 1 टेबलस्पून बारीक कटा हरा धनिया, 1 टेबलस्पून नीबू का रस, सेंधा नमक स्वादानुसार, 1 टीस्पून कुटी काली मिर्च, 1 टीस्पून भुना जीरा पाउडर, तलने के लिए घी,  एक कप फेंटा हुआ ताजा दही

विधि 

घी, भुना जीरा पाउडर व ताजा दही छोड़कर सारी सामग्री मिला लें। तैयार मिश्रण को टुकड़ों में बांट लें और प्रत्येक को हथेली पर रखकर वड़े का आकार दें। कड़ाही में घी गरम करके सभी वड़े मध्यम आंच पर दोनों ओर से सुनहरा होने तक तल लें। कड़ाही से निकालकर ठंडा होने दें। दही व भुना जीरा पाउडर डालकर हरी चटनी के साथ सर्व करें।

5. फलाहारी ढोकला

सामग्री

एक कप मोरधन (समा के चावल), 1 टेबलस्पून सिंघाड़े का आटा, 1/2 कप दही, 1/2 टेबलस्पून बारीक कटा अदरक, 1/2 टेबलस्पून नींबू का रस, 1/2 टीस्पून चम्मच सौंफ, 1/2 टीस्पून कुटी काली मिर्च, 1 हरी मिर्च, 4 करी पत्ते, 1/2 टीस्पून जीरा, 1/4 चौथाई टेबलस्पून मीठा सोडा, सेंधा नमक, 2 टेबलस्पून घी

विधि

समा के चावल को साफ कर लें। मिक्सर में पीसें और मोटा पाउडर बनाकर एक बाउल में निकाल लें। इसमें सिंघाड़े का आटा, दही और सेंधा नमक मिलाकर 15 मिनट के लिए रख दें। इसमें नीबू का रस, 1 चम्मच घी और जरूरत के अनुसार पानी मिलाकर गाढ़ा बैटर बना लें। मीठा सोडा मिलाकर इस मिश्रण को मोल्ड में डालें और 10 मिनट तक भाप में पकने दें। टूथपिक से जांच लें चिपक तो नहीं रहा। फिर ढोकला मोल्ड से निकाल लें। तड़का पैन में एक चम्मच घी गर्म करके उसमें जीरा डालें। जीरा तड़कने पर इसमें करी पत्ते और 2 भागों में कटी हरी मिर्च डालकर कुछ सेकंड आंच पर पकाने के बाद ढोकले पर डालें। ढोकले को मनचाही चटनी के साथ सर्व करें।

ओमप्रकाश गुप्ता 

Pic credit- Pinterest, Ruchiskitchen

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