करियर में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ इन बातों का भी ध्यान रखना है जरूरी
अगर आप ऑफिस में हार्ड वर्क करके आगे बढ़ने का सपना देखते हैं तो सिर्फ यही काफी नहीं करियर में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ कुछ और भी बातों का ध्यान रखना चाहिए जानिए यहां।
हर दफ्तर में एक साथ सैकड़ों लोग काम करते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही तरक्की की सीढ़ियां चढ़ पाते हैं। इसकी वजन है व्यक्तित्व के गुण। एक अच्छा पेशेवर दृढनिश्चयी, धैर्यवान और सकारात्मक सोच से भरपूर होने के साथ-साथ असफलताओं से सफलता का विकास करने वाला होता है। निरंतर खुद को संवारना, स्वतंत्र रूप से निर्णय लेना और चुनौतियां स्वीकारना उसकी आदत होती है। अगर आप भी बेहतरीन प्रोफेशनल बनकर तरक्की के साथ कदमताल करना चाहते हैं तो यहां दी जा रही जरूरी बातों पर गौर करें।
खुद तय करें प्राथमिकताएं
निजी जिंदगी हो या प्रोफेशनल, व्यक्ति को अपनी प्राथमिकताएं खुद तय करनी चाहिए। कोई भी बॉस, सहयोगी, दोस्त या संबंधी आपके लिए आपसे बेहतर नहीं सोच सकता। इसलिए खुद तय करें कि आप जॉब करेंगे या अपनी कंपनी में लोगों को नौकरी देंगे। जब आप अपनी प्राथमिकताएं खुद तय करेंगे, अपने से जुड़ा हर फैसला खुद लेंगे तो जिम्मेदारी की भावना का विकास होगा। काम में मन लगेगा।
खुद पर करें भरोसा
कुछ लोग हर नए काम की शुरुआत तो बड़े जोश से करते हैं, लेकिन जैसे-जैसे चुनौतियां सामने आने लगती हैं, उनकी हिम्मत जवाब दे जाती है। ऐसे लोग अकसर कोई न कोई बहाना बनाकर जिम्मेदारी से बचकर निकल लेते हैं। इससे वर्क प्लेस पर तो इमेज खराब होती ही है, आत्मविश्वास भी डगमगाता है। करियर में सफलता के लिए खुद पर भरोसा और काम के प्रति प्रोफेशनल अप्रोच बेहद जरूरी है। एक अच्छा प्रोफेशनल अपना काम पूरा किए बिना चैन की सांस नहीं लेता। फिर भले ही कितना भी समय लगे और कितनी ही चुनौतियों का सामना क्यों न करना पड़े।
अपनाएं लचीलापन
वह जमाना बीत गया जब एक ही जॉब और एक ही तरह का काम करते-करते जिंदगी गुजर जाती थी। अब निरंतर नई चीज़ें सीखने, हुनर को तराशते रहने और बदलावों को खुले दिल से स्वीकार करने का दौर है। इसलिए वक्त के मुताबिक खुद को ढालने और अपने व्यवहार में लचीलापन लाने में हिचकिचाएं नहीं। ऐसा करना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। बस, थोड़ी सी कोशिश करनी होगी। जैसे हालात जब भी खुद को बदलने का संकेत दें और मन उसके लिए तैयार न हो तो भविष्य के बारे में सोचें और नतीजों पर गौर करें। कुछ ही देर में आप मन को समझाने में कामयाब होंगे और परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठा लेंगे।
बढ़ाएं संवाद कौशल
संवाद कौशल से आशय बॉस, कलीग्स और क्लाइंट के सामने अपनी बात बेहतर ढंग से रखनाभर नहीं होता, बल्कि उन्हें अपनी बातों से सहमत करना भी होता है। सफलता के लिए इसमें पारंगत होना बेहद जरूरी है। इस पर अपनी पकड़ बनाने के लिए बातचीत में निपुण होने के साथ प्रभावशाली ईमेल लिखने और आत्मविश्वास के साथ प्रेजेंटेशन देने का गुण विकसित करें।
(करियर काउंसलर सुशील कुमार परे से बातचीत पर आधारित)
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