World Blood donar day 2021: वेट मैनेजमेंट के साथ कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को भी दूर रखता है रक्तदान
World Blood Donar day 2021 लोगों को ब्लड डोनेशन के प्रति जागरूक करने के मकसद से हर साल 14 जून को ब्लड डोनर्स डे के रूप में मनाया जाता है। इसके कई सारे फायदे होते हैं तो इन फायदों के साथ ही जानेंगे कौन कर सकता है ब्लड डोनेट।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार दुनियाभर में हर साल लगभग 118.4 मिलियन ब्लड डोनेशंस कलैक्ट होते हैं। हमारे देश में लगभग 11.5 मिलियन ब्लड डोनेशंस होते हैं, जबकि आवश्यकता 13.5 मिलियन ब्लड डोनेशंस की पड़ती है यानी लगभग 20 लाख डोनेशंस की फिर भी कमी रहती है। ब्लड डोनेशन के प्रति लोगों के बीच तमाम भ्रांतियां हैं जिसके चलते ही यह कमी पूरी नहीं हो पा रही है। तो आइए जानते हैं ब्लड डोनेशन के फायदे और कौन कर सकता है इसे डोनेट।
ब्लड डोनेशन के फायदे
1. ब्लड डोनेशन से हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है। डॉक्टर्स का मानना है कि डोनेशन से खून पतला होता है, जो हार्ट के लिए अच्छा है।
2. नियमित ब्लड डोनेशन से कैंसर व दूसरी बीमारियों का खतरा भी कम होता है, क्योंकि यह विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।
3. ब्लड डोनेट करने के बाद बोनमैरो नए रेड सेल्स बनाता है, इससे तंदुरुस्ती भी मिलती है।
डॉ परमप्रीत कौर , कंसल्टेंट- ब्लड सेंटर, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, पालम विहार, गुड़गांव का कहना है कि, "महामारी और वैक्सीनेशन की वजह से आने वाले महीनों में रक्तदान करने वाले लोगों में कमी होने की आशंका को जन्म दिया है। ब्लड की बढ़ती मांग और रक्तदान करने वालों की संख्या कम होने से भारत पहले से ही ब्लड यूनिट्स की भारी कमी का सामना कर रहा है और आने वाले महीनों में यह कमी और ज्यादा हो जायेगी। राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन होने के नाते ब्लड कैम्प कम लग रहे हैं, जिससे ब्लड यूनिट्स की संख्या में भी कमी हो रही है। यह नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल (एनबीटीसी) द्वारा जारी परामर्श दिया था कि रक्तदान की सर्विस को उचित सावधानी के साथ जारी रखना चाहिए, फिर भी रक्तदान में कमी आई।
जब सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड-19 वैक्सीन लगाने की घोषणा की, तो NBTC ने पहले आदेश जारी किया था कि कोई व्यक्ति "कोविड-19 वैक्सीन की अंतिम डोज लगवाने के 28 दिनों के बाद" ही रक्तदान करने के काबिल हो सकता है। चूंकि इस 28 दिन के समय पर कई चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा सवाल उठाया गया था, कोविड-19 के लिए वैक्सीन लगवाने पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने अब नई सलाह दी हैं कि जिसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के 14 दिनों के बाद रक्तदान कर सकता है या कोविड से ठीक होने और RT-PCR टेस्ट के निगेटिव आने 14 दिन बाद वह रक्तदान कर सकता है।"
4. रक्तदान करने से शरीर में आयरन की मात्रा कंट्रोल में रहती है। अगर शरीर में आयरन की मात्रा ज्यादा हो गई तो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं।
5. रक्तदान करने से वेट मैनेजमेंट भी संभव होता है।
6. एक शोध में इस बात का दावा किया गया है कि हर तीन महीने में रक्तदान करने से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।
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