World Alzheimer day: लाइलाज नहीं है अल्जाइमर बीमारी, डाइट और मेडिटेशन से संभव है बचाव

कुछ बुजुर्ग रोज़मर्रा की दिनचर्या से जुड़ी जरूरी बातें भी अक्सर भूल जाते हैं। कहीं यह किसी गंभीर बीमारी का लक्षण तो नहीं है? आइए जान लेते हैं जरा इसके बारे में और साथ ही क्या इसका इलाज है संभव?

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 09:24 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 09:24 AM (IST)
World Alzheimer day: लाइलाज नहीं है अल्जाइमर बीमारी, डाइट और मेडिटेशन से संभव है बचाव
वृद्ध और जवान व्यक्ति की एनिमेटेड तस्वीर

हां, यह नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्या है, जिसे अल्जाइमर कहा जाता है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर के अन्य अंगों की तरह ब्रेन में मौजूद न्यूरॉन्स की भी कार्य क्षमता घटने लगती है, जिससे 60 साल के बाद ज्यादातर लोगों में इसके लक्षण दिखाई देते हैं, इसकी वजह से उनकी रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित होती है। इस बीमारी में मस्तिष्‍क में दो प्रोटीन, एमिलॉयड बीटा और टाउ का निर्माण होता है, जो न्यूरॉन्स को परेशान करते हैं और उसे खत्म करने का काम करते हैं। जिससे दिमाग के याद रखने की क्षमता कम होने लगती है। यह बीमारी मरीज को तो प्रभावित करती ही है साथ ही साथ परिवार, दोस्त और आसपास के लोगों के लिए इससे कई बार परेशानी होती है।

अल्जाइमर के कारण

- आनुवंशिकता

- ब्रेन स्ट्रोक

- सिर में गंभीर चोट लगना और अनिद्रा।

- अनियमित दिनचर्या

- इंटरनेट पर बढ़ती निर्भरता

- खानपान की गलत आदतों के कारण कई बार मिडिलएज लोगों में भी इसके लक्षण नजर आते हैं।

अल्जाइमर के प्रमुख लक्षण

अक्सर अपनी रखी चीज़ें ढूंढ़ना, बातचीत के दौरान शब्द भूल जाना, लोगों या जगहों के नाम याद रखने में परेशानी, कुछ दिनों के बाद मिलने पर परिचितों के चेहरे भूल जाना, नए कार्य सीखने में दिक्कत आदि।

अल्जाइमर से बचाव एवं उपचार

- ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्रेन के लिए फायदेमंद होता है, इसलिए इसे तो जरूर अपने भोजन में शामिल करें। 

- अपनी नियमित डाइट में बादाम, अखरोट और मछली को प्रमुखता से शामिल करें।

- रोजाना आठ घंटे की नींद लें।

- किसी एक्सपर्ट से सीखकर योग और ध्यान करें।

- क्रॉस वर्ड, सुडूको और चेस खेलें, इससे ब्रेन की अच्छी एक्सरसाइज होती है। इसके बावजूद अगर भूलने की समस्या हो तो बिना देर किए किसी न्यूरोलॉजिस्ट से सलाह लें। 

- अगर शुरुआती दौर में पहचान कर ली जाए तो दवाओं की मदद से इस समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

Pic credit- pixabay

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