World AIDS Day 2021: एचआईवी/एड्स के मरीज़ों की ऐसी होनी चाहिए डाइट!

World AIDS Day 2021 एड्स से जुड़े सामाजिक कलंक की वजह से लोग मरीज़ों को अलग-थलग छोड़ देते हैं। लाइलाज बीमारी का डर उन्हें मरीज़ को छूने या उनके साथ खाना शेयर न करने पर मजबूर करता है। हालांकि एड्स इन 3 तरीकों से ही फैलता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 01:39 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 01:39 PM (IST)
World AIDS Day 2021: एचआईवी/एड्स के मरीज़ों की ऐसी होनी चाहिए डाइट!
एचआईवी/एड्स के मरीज़ों की ऐसी होनी चाहिए डाइट!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World AIDS Day 2021: एड्स या एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) मानव इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होने वाली एक पुरानी और संभावित घातक स्थिति है। यह स्थिति प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करती है और संक्रमण और बीमारियों से लड़ने की शरीर की क्षमता को कम कर देती है। हर साल, 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है - एक ऐसा दिन जब दुनिया भर के विशेषज्ञ इस स्थिति को रोकने के बारे में जागरूकता फैलाने की दिशा में काम करते हैं जिसका आज तक कोई इलाज नहीं मिला है।

एड्स कैसे फैलता है?

एड्स से जुड़े सामाजिक कलंक की वजह से लोग मरीज़ों को अलग-थलग छोड़ देते हैं। लाइलाज बीमारी का डर उन्हें मरीज़ को छूने या उनके साथ खाना शेयर न करने पर मजबूर करता है। हालांकि, एड्स इन 3 तरीकों से ही फैलता है:

- संक्रमित ख़ून के संपर्क में आने पर

- संक्रमित वीर्य और योनि तरल पदार्थ के संपर्क में आने पर

- संक्रमित सीरिंज के संपर्क में आने पर

क्या डाइट एड्स में मददगार साबित हो सकती है?

एड्स का कोई इलाज नहीं है, एंटीरेट्रोवाइरल शासन का पालन करने से रोग की प्रगति धीमी हो सकती है और जटिलताओं को रोका जा सकता है। इसके अलावा, डाइट भी एड्स के बेहतर प्रबंधन में अहम भूमिका निभा सकता है। HIV संक्रमण के दौरान, प्रतिरक्षा को बनाए रखने के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को बढ़ाया जाता है। एक एचआईवी पॉज़ीटिव मरीज़ विटामिन-ए, बी, ज़िंक और आयरन की कमी से जूझता है। एंटीरेट्रोवाइरल दवाइयां एड्स के मरीज़ों को दी जाती हैं, जिससे पोषण पर असर पड़ता है। इसलिए सही डाइट से लक्षणों को कम किया जा सकता है।

बुख़ार में इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए: इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए विटामिन-ए, सी, डी, ई, ज़िंक, सेलेनियम और आयरन जैसे विटामिन और मिनरल्स की ज़रूरत पड़ती है। नींबू, अंगूर, संतरा और मौसंबी जैसे फल इन पोषण तत्वों से भरपूर होते हैं। विटामिन-सी के लिए डाइट में अंकुरित और फर्मेंटेड भोजन को ज़रूर शामिल करें। लाल और पीले मौसमी फल और सब्ज़ियों का सेवन करें, जो विटामिन-ए और मिनरल्स का अच्छा स्त्रोत हैं। उदाहरण के तौर पर, तरबूज़, ख़रबूज़ा, पपीता, लाल और पीली शिमला मिर्च, कद्दू आदि। आयरन के लिए डाइट में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां ज़रूर लें।

कमज़ोरी और मसल लॉस के लिए: हाई प्रोटीन डाइट से एचआईवी पॉजिटिव रोगियों में थकान और कमज़ोरी को कम करने में मदद मिलती है। जैसे- दालें, दूध और दूध के प्रोडक्ट्स, अंडे और मांस।

भूख न लगना, मतली और उल्टी के लिए:

- छोटे-छोटे मील्स लें।

- ज़्यादा लंबे समय तक खाली पेट न रहें।

- खाना खाने के बाद फौरन न लेटें।

- सवाद में बदलाव या फिर स्वाद न आना।

- आप स्वाद बढ़ाने के लिए नमक, मसलों और नींबू का उपयोग कर सकते हैं। खाने को अच्छी तरह चबाएं और मुंह में घुमाते रहें ताकि रिसेप्टर्स उत्तेजित हो सकें।

एचआईवी मरीज़ों के लिए डाइट टिप्स

- हेल्दी वज़न बनाएं रखें और सही कैलोरी और प्रोटीन ज़रूर लें।

- सुनिश्चित करें कि आप डाइट में अंडे, चिकन और मछली जैसे लीन मीट, बादाम और अखरोट जैसे अच्छी गुणवत्ता वाला प्रोटीन स्रोत शामिल कर रहे हैं।

- कम वसा वाले डेयरी उत्पाद और बीन्स / दालें / विभिन्न रंगों के मौसमी ताज़ा फल और सब्जियां, प्राकृतिक विटामिन के लिए साबुत अनाज और विटामिन-सी, ज़िंक जैसे खनिज शामिल करें जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

- ताज़ा पका खाना खाएं।

- पैक्ड और प्रिसर्वड खाने से दूर रहें।

- बाहर के खाने से दूर रहें।

- स्वच्छता से पकाया गया खाना खाएं।

- शराब और स्मोकिंग से दूरी बनाएं।

- कच्चे खाने को खाने से पहले अच्छी तरह धो लें।

- उबला हुआ पानी ही पिएं।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

chat bot
आपका साथी