COVID-19 and Loss of Taste: कोविड-19 की वजह से गंध या स्वाद क्यों चला जाता है? कब यह ज्यादा खतरनाक होता है जानिए

COVID-19 and Loss of Taste कोरोना के मरीज़ों में गंध जाने पर उनके सामने कितनी भी तेज गंध की चीज़ रख दी जाएं वो उस गंध का मरीज़ अंदाज़ा नहीं लगा सकता।वायरस नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है जिसकी वजह से स्वाद और गंध महसूस नहीं होती।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 01:30 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 01:30 PM (IST)
COVID-19 and Loss of Taste: कोविड-19 की वजह से गंध या स्वाद क्यों चला जाता है? कब यह ज्यादा खतरनाक होता है जानिए
यह वायरस नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है, जिसकी वजह से स्वाद और गंध महसूस नहीं होता।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस ने लोगों को बेहद डरा दिया है। लोग कॉमन फ्लू को भी कोरोनावायरस मानकर उसका इलाज कर रहे हैं। कॉमन फ्लू होने पर भी सर्दी-खांसी और जुकाम रहता है, नाक में अजीब सी गंध आने लगती है। हालांकि कॉमन फ्लू और कोरोना की गंध का जाना काफी अलग है। कोरोना के मरीजों को स्मैल आना अचानक से बंद हो जाती है, ये कोरोना का शुरुआती लक्षण हैं। हालांकि अगर आपमें लंबे समय तक ये लक्षण रहता है तो ये काफी गंभीर भी हो सकता है।

कोरोना के मरीज़ों में गंध जाने पर उनके सामने कितनी भी तेज गंध का परफ्यूम या चीज़ रख दी जाएं वो उस गंध का अंदाज़ा नहीं लगा सकते। आइए जानते हैं कि कोरोना की वजह से गंध क्यों चली जाती है और गंध जाना कब ज्यादा खतरनाक होता है ।

सूंघने और स्वाद की क्षमता क्यों चली जाती है?

पिछले डेढ़ सालों से जब से यह वायरस सामने आया है तब से वायरस के लक्षणों को समझने और उसका उपचार करने के लिए इसपर लगातार रिसर्च जारी है। कोरोना संक्रामित का स्वाद और गंध जाने के पीछे विशेषज्ञों की राय है कि यह वायरस नर्वस सिस्टम यानी तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, जिसकी वजह से स्वाद और गंध महसूस करने की क्षमता खत्म हो जाती है। म्यूकस प्रोटीन थ्योरी के मुताबिक कोरोनावायरस जब हमारी बॉडी में घुसने की कोशिश करता है, तो कोशिकाएं होस्ट सेल में ACE2 नाम के प्रोटीन से जुड़ जाती हैं।

ये प्रोटीन मुंह और नाक में अधिक पाया जाता है, ऐसे में वायरस इस पर हमला करता है और गंध और स्वाद दोनों चले जाते हैं। कोरोना माइल्ड अवस्था में रहता है उनमें से 86 प्रतिशत लोगों ने स्वाद और गंध जाने की समस्या बताई है। गंभीर या मॉडरेट वाले केवल 4 से 7 प्रतिशत लोगों में ही स्वाद और गंध जाने के लक्षण दिखते हैं।

कोरोना के मरीज़ों में गंध और स्वाद का जाना कब खतरनाक होता है?

कोरोना के इस लक्षण की वजह से वैसे तो कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन कोरोना के कुछ मरीज़ों में स्वाद और गंध जाने से उनके खाने-पीने की आदतों पर असर पड़ता है। गंध की वजह से मरीज़ खाने-पीने से परहेज़ करने लगता हैं, जिसकी वजह से बॉडी में वीकनेस बनी रहती है।

गंध जाने से कई बार आप अच्छे और बुरे खाने का फर्क महसूस नहीं कर पाते। खराब खाने के साथ गंदे बैक्ट्रीरियां बॉडी में प्रवेश करके आपकी इम्यूनिटी को और भी ज्यादा कमजोर करके आपको बीमार बना देते हैं।

                        Written By: Shahina Noor

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