Benefits of Eating Whole Grains: दिल और किडनी को सेहतमंद रखना है तो गेहूं को करें डाइट में शामिल
Benefits of Eating Whole Grains गेहूं हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसे हम रोस्ट कर या अंकुरित करके खाएं तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है। गेहूं में दिल की बीमारियों डाइबिटीज ब्लड प्रेशर डाइजेशन आदि की समस्याओं से निजात दिलाने की क्षमता मौजूद होती है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कुदरती चीजें घातक से घातक बीमारियों को सही करने की क्षमता रखती है। भागदौड़ भरी जिंदगी में जिस तरह आज लोग लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारियां- हार्ट डिजीज, डाइबिटीज, स्ट्रोक आदि से पीड़ित होने लगे हैं, ऐसे में इन सब बीमारियों से बचने का उपाय है कुदरत की तरफ लौटना। पहले के लोग प्रकृति से प्राप्त चीजों को बिना छेड़-छाड़ के खाते थे और हेल्दी रहते थे। गेहूं हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसे हम रोस्ट कर या अंकुरित करके खाएं तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है। गेहूं में दिल की बीमारियों, डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, डाइजेशन आदि की समस्याओं से निजात दिलाने की क्षमता मौजूद होती है।
गेहूं पोषक तत्वों का है ख़ज़ाना:
गेहूं के अनाज के तीन पार्ट होते हैं, पहले पार्ट को बार्न कहते हैं, जो सबसे बाहरी हार्ड हिस्सा होता है। इसमें फाइबर, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण मौजूद होते हैं। दूसरा हिस्सा एंडोस्पर्म कहलाता है, यह मिडल हिस्सा होता है इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है। अंदरूनी हिस्से को जर्म कहते हैं, जिसमें विटामिन, मिनिरल्स, प्रोटीन और प्लांट के कंबोनेंट होते हैं।
गेहूं के अनाज में फास्फोरस, जिंक, मैग्नीशियम, थियामिन, मैग्नीज जैसे तत्व भी पाए जाते हैं, जो शरीर में एंटीऑक्सीडेंट को मजबूत करते हैं।
गेहूं का सेवन किस तरह है फायदेमंद:
गेहूं का सेवन करने से दिल से संबंधित किसी तरह की बीमारी होने का खतरा नहीं होता। कम से कम 10 अध्ययनों में यह साबित हो चुकी है कि रोजाना 28 ग्राम गेहूं के अनाज का सेवन 47 प्रतिशत तक दिल की बीमारियों की आशंका को कम करता है। इसी तरह अमेरिका में 2.5 लाख लोगों पर की गई रिसर्च में पाया गया है जिसने अनाज का सेवन किया, उनमें स्ट्रोक की आशंका 14 प्रतिशत तक कम पाई गई। सबसे महत्वपूर्ण बात जो इस रिसर्च में देखी गई, वह यह थी कि अनाज का सेवन करने से मोटापे पर भी आश्चर्यजनक रूप से लगाम लगाई जा सकती है। पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में यह बात भी साबित हुई है कि अनाज का रोजाना इस्तेमाल करने से टाइप 2 डाइबिटीज की आशंका बहुत हद तक कम हो जाती है। साबूत किसी भी तरह के अनाज में फाइबर की मात्रा ज्यादा रहती है ,इसलिए यह पाचन को मजबूत कर इससे संबंधित समस्या को दूर करता है।