"Mu" variant of COVID 19: कोरोना का नया वेरिएंट म्यू कोविड-19 की तीसरी लहर को दस्तक दे सकता है, WHO
Mu variant of COVID 19 WHO के मुताबिक जिन लोगों ने दोनों वैक्सीन ले ली है उनको भी म्यू अपनी चपेट में ले सकता है। इस वैरिएंट की बात करें तो यह जनवरी 2021 में पहली बार कोलंबिया में पाया गया था जिसका वैज्ञानिक नाम B1621 है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना की दुसरी लहर तबाही मचा चुकी है और तीसरी लहर का खतरा सिर पर मंडरा रहा है। कोरोना के बदलते स्वरूप ने लोगों की नींदें हराम कर रखी है। देश में कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में कमी आई थी, इस बीच डब्ल्यूएचओ ने सूचना दी है कि कोरोना का नया वेरिएंट म्यू कई म्यूटेशन का जोड़ है जिससे लोगों को ज्यादा खतरा है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक वैक्सीन लेने वाले लोगों पर भी म्यू का असर होगा। जिन लोगों ने दोनों वैक्सीन ले ली है उनको भी म्यू अपनी चपेट में ले सकता है। इस वेरिएंट की बात करें तो यह जनवरी, 2021 में पहली बार कोलंबिया में पाया गया था जिसका वैज्ञानिक नाम B1621 है।
डब्ल्यूएचओ ने किया सतर्क:
डब्ल्यूएचओ ने महामारी पर अपने साप्ताहिक बुलेटिन में कहा कि यह वेरिएंट कई म्यूटेशन का जोड़ है, जो वैक्सीन से बनी इम्यूनिटी से बचने में कारगर है। ‘म्यू’ को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में वर्गीकृत करने का काम किया गया है। इसके म्यूटेशन कोरोना के खिलाफ वैक्सीन लगवाने के बाद भी शरीर को संक्रमित कर सकते हैं। यह वेरिएंट अपना रूप बदल रहा है, इसे बेहतर ढंग से समझने के लिए रिसर्च करने की जरूरत है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना का म्यू वैरिएंट अब तक भारत में नहीं पाया गया है। इसके अलावा एक और म्यूटेशन c.1.2 का भी कोई मामला भारत में देखने को नहीं मिला है।
तीसरी लहर का खतरा अभी भी है बरकरार:
कोरोना की दुसरी लहर की तबाही के बाद तीसरी लहर का खतरे अभी भी हमारा पीछा नहीं छोड़ रहा है। केंद्र सरकार ने लोगों से वैक्सीन लगवाने और घर पर ही त्योहारों को मनाने की अपील की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि बड़े पैमाने पर लोगों को एक साथ जुटने से बचना चाहिए। यदि ऐसा करना जरूरी हो, तो ध्यान रखें कि त्योहार में शामिल होने वाले सभी लोगों का टीकाकरण हो चुका हो। मंत्रालय ने टीकाकरण कराने और कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की बात कही है।